पशु तस्करों ने कबूला- उप्र व उत्तराखंड की मंडियों में बेचे जाते हैं पशु
यमुनानगर से पशुओं को चोरी कर उप्र उत्तराखंड की मंडियों म
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
यमुनानगर से पशुओं को चोरी कर उप्र, उत्तराखंड की मंडियों में बेचा जा रहा है। सीआइए टू की टीम ने दो पशु तस्करों को पकड़ा था, पूछताछ में उनके हवाले से यह पर्दाफाश हुआ है। दोनों आरोपित लंबे समय से पशु चोरी की वारदातों में शामिल रहे हैं। आरोपित लापरा निवासी जान मोहम्मद व उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के दुमझेड़ा निवासी सोनू रादौर, प्रतापनगर व छछरौली थाना एरिया से 50 से अधिक पशु चोरी कर चुके हैं। इन पशुओं को वह मंडियों में बेचते थे। जिससे उन्हें पशु की पूरी कीमत मिलती थी। सीआइए टू ने इन आरोपितों को रिमांड पर लिया है। इनसे कई अन्य वारदातें व पशु चोर गिरोह का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। दरअसल, सीआइए टू ने रादौर से फाइबर की गाड़ी चोरी करने के आरोप में कलानौर बॉर्डर से चेकिग के दौरान जान मोहम्मद व सोनू को पकड़ा था। आरोपितों से महेंद्रा पिकअप बरामद की गई। यह पिकअप 26 अक्टूबर को रादौर से चोरी की गई थी। यह गाड़ी लाड़वा निवासी साहिल की थी। वह रादौर में फाइबर लोड करने के लिए आया था। यही से जान मोहम्मद व सोनू ने गाड़ी चोरी की। इस मामले में रादौर थाने में केस दर्ज हुआ था। गाड़ी पर लगा दी थी फर्जी नंबर प्लेट
आरोपित जान मोहम्मद व सोनू ने चोरी के बाद इस महेंद्रा पिकअप को पेंट करा दिया और इस पर फर्जी नंबर प्लेट लगा दी। दोनों आरोपित पशु चोरी की वारदात करने लगे। नौ नवंबर की रात को मुजाफ्त कलां से पशु चोरी किए। यहां से उन्होंने दो भैंस व एक कटड़ी को चोरी किया। सीआइए टू के इंचार्ज महरूफ अली ने बताया कि जान मोहम्मद पर पहले भी पशु तस्करी के केस दर्ज हैं। इसके अलावा आरोपित जान मोहम्मद पशु तस्करों के गिरोह में शामिल था। इस गिरोह के चार सदस्यों को उप्र पुलिस ने पकड़ा है। इसके बाद से यह अकेला रह गया था। इसने अपने साथ सोनू को मिलाया और फिर से पशु चोरी करने लगे।