आंगनबाड़ी वर्करों ने फूंका मंत्री का पुतला, जताया रोष
मांगें न माने जाने के विरोध में आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों का धरना जारी है। वीरवार को रोष स्वरूप महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री कमलेश ढांडा का पुतला फूंका। मुख्य मार्गों से पुतले की शव यात्रा निकाली गई। इस दौरान वर्करों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने की अध्यक्षता जिला सचिव उर्मिल ने की।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
मांगें न माने जाने के विरोध में आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों का धरना जारी है। वीरवार को रोष स्वरूप महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री कमलेश ढांडा का पुतला फूंका। मुख्य मार्गों से पुतले की शव यात्रा निकाली गई। इस दौरान वर्करों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने की अध्यक्षता जिला सचिव उर्मिल ने की। संचालन जगाधरी ग्रामीण से सत्या देवी व भोगपुर की कविता ने किया। पुतला दहन बिलासपुर के प्रधान कमलेश के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने कहा कि धरने के 90 दिन होने के बाद भी वर्कर और हेल्पर की एकता का इम्तिहान लिया जा रहा है। सरकार उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिसके चलते वर्करों व हेल्परों में विभाग व सरकार के प्रति रोष पनप रहा है। दूरदराज के गांवों से आकर धरने में शामिल हो रही हैं। वर्कर इतना परेशान हो चुकी हैं कि गली कूचे में भी सरकार के खिलाफ रैली निकालने की योजना बनाने लगी हैं। राज्य प्रधान कुंज भट्ट ने कहा 2018 में संघर्ष के बाद किए गए समझौते की मांगों को भी लागू करवाने के लिए दोबारा संघर्ष करना पड़ रहा है। यदि कुछ नया देना पड़ जाए तो इस सरकार के लिए तो सोचना भी असंभव है। वर्कर की 1500 व हेल्परों की 750 रुपये की बढ़ोतरी घोषित करके वाहवाही तो लूट ली गई लेकिन आज तक लागू नहीं किया गया। जिला उपप्रधान रीटा कत्याल ने कहा डिजिटल इंडिया के नाम पर हम वर्कर व हेल्पर का शोषण सहन नहीं करेंगे यदि सरकार अतिरिक्त कार्य लेना चाहती है। वर्कर को कुशल श्रमिक की श्रेणी में रखा जाए। मौके पर लक्ष्मी, ओम देवी, इंदिरा, प्रीति, माधुरी, सुमन व अन्य उपस्थित थी।