आंगनबाड़ी केंद्र से बच्चों के लिए भेजे बेसन में निकले कीड़े, लोगों ने की नारेबाजी
आंगनबाड़ी केंद्र घेसपुर से बच्चों के अभिभावकों को घटिया राशन सामग्री देने पर बुधवार को ग्रामीण भड़क उठे। ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र व पंचायत के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, रादौर : आंगनबाड़ी केंद्र घेसपुर से बच्चों के अभिभावकों को घटिया राशन सामग्री देने पर बुधवार को ग्रामीण भड़क उठे। ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र व पंचायत के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने सरपंच के पति पर उनके साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए बच्चों को घटिया राशन देने की जांच की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो आंगनबाड़ी केंद्र पर ताला जड़ देंगे।
घेसपुर कॉलोनी निवासी अमरजीत, मुबारक खान, बसंता, असलम खान, राकेश, कृष्णा, सुरेश, रोशनी, मास्टर सुखबीर, मनजीत कौर, मामो देवी, मूर्ति देवी, बानो देवी, भूपेंद्र, रामस्वरूप ने बताया कि उनकी कॉलोनी के 60 से 65 बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में जाते है। आजकल कोरोना वायरस की बीमारी को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र बंद पड़ा है। सरकार ने आगनबाड़ी वर्करों को आदेश दे रखा है कि वे बच्चों को घर जाकर ही राशन मुहैया कराएं। मंगलवार को वर्कर ने बच्चों के घरों में राशन दिया था। आंगनबाड़ी वर्कर ने बच्चों के लिए 100 ग्राम मुरमुरे, 100 ग्राम रिफाइंड, 150 ग्राम बेसन व 100 ग्राम आटा दिया था। आरोप है कि राशन बेहद घटिया किस्म का था। बेसन में कीड़े पड़े थे और उसमें से बदबू आ रही है। मुरमुरे भी घटिया हैं। राशन बच्चों के खाने लायक नहीं है। किसी ने भी अपने बच्चे को खाने के लिए यह राशन नहीं दिया। इसे खाकर बच्चे बीमार हो सकते है। उनकी मांग है कि बच्चो को अच्छी किस्म का राशन दिया जाए। वहीं मामले की जांच होनी चाहिए।
इस बारे सीडीपीओ रेनू शर्मा ने बताया कि बच्चों को खराब राशन देना सरासर गलत है। वे मामले की जांच कराएंगी। जल्द ही बच्चों के लिए अच्छे राशन का इंतजाम किया जाएगा।
उधर, गांव घेसपुर की सरपंच के पति प्रमोद कुमार ने बताया कि उन्होंने किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं किया। सारे आरोप निराधार हैं।