आलमगीर की मौत को आत्महत्या दिखाना चाहते थे, आंख में मिर्च डालने से बदलनी पड़ी योजना
नाईवाला गांव के आलमगीर को हत्या को उसकी पत्नी नसरीना व प्रेमी वाहिद उर्फ काला आत्महत्या दिखाना चाहते थे। इसलिए दोनों ने उसका गला घोटने के बाद रस्सी से उसे खूंटी से लटका दिया था। लेकिन पकड़े जाने के डर से दोनों ने अपना इरादा बदल दिया और शव को ठिकाना लगाने के लिए शौचालय के टैंक में डाल दिया।
पकंज बत्रा, बिलासपुर : नाईवाला गांव के आलमगीर को हत्या को उसकी पत्नी नसरीना व प्रेमी वाहिद उर्फ काला आत्महत्या दिखाना चाहते थे। इसलिए दोनों ने उसका गला घोटने के बाद रस्सी से उसे खूंटी से लटका दिया था। लेकिन पकड़े जाने के डर से दोनों ने अपना इरादा बदल दिया और शव को ठिकाना लगाने के लिए शौचालय के टैंक में डाल दिया। आलमगीर को मारने की साजिश प्रेमी-प्रेमिका ने रमजान के महीने में रची थी। यह खुलासा हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए वाहिद ने रिमांड के दौरान किया है। पुलिस ने उसे दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
तीन साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग
वाहिद ने पुलिस को बताया कि उसका नसरीना तीन साल से प्रेम प्रसंग था। इसी दौरान एक महिला बुड्ढी बिजौली गांव में सीआरपीएफ की पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में उसे जेल हो गई। करीब सात माह पहले वह जमानत पर रिहा हुआ। उसने फिर से नसरीना से मिलने लगा। आलमगीर के घर से बाहर होने या नशे में बेसुध पर वह नसरीना से मिलने जाता था। रमजान माह में नसरीना ने उससे कहा कि वह उसके साथ तभी रहेगी जब वो आलमगीर को जान से मारेगा। परंतु वाहिद ने हत्या करने से मना कर दिया और यह काम किसी ओर से करवाने की बात कही।
पकड़े जाने के डर से शव टैंक में डाला
वाहिद ने बताया कि 30 सितंबर की रात नसरीना ने उसे फोन कर अपने घर बुलाया। आलमगीर साढ़े नौ बजे नशे की हालत में घर आया। नसरीना से दस मिनट बात करने के बाद उसे कमरे में सुला दिया, लेकिन आसपास के घरों में लोगों की बोलचाल सुनकर वह वापस चला गया। डेढ़ बजे नसरीना ने उसे वापस बुला लिया। सबसे पहले सो रहे आलमगीर की आंखों में लाल मिर्च डाली, फिर सिर में डंडा मार दिया। उसके गले में रस्सी बांधकर उसे खूंटी से बांध दिया। फंदे पर लटकने से उसकी मौत हो गई। वे लोगों को दिखाना चाहते थे कि आलमगीर ने नशे की हालत में आत्महत्या कर ली है, लेकिन आलमगीर ने आत्महत्या करने से पहले आंखों में मिर्च क्यों डाली ये सवाल उठेगा। इसलिए उन्होंने शव को रस्सी से बांध कर शौचालय के टैंक में डाल दिया।
रणजीतपुर से खरीदी थी तीन रस्सी
नसरीना व वाहिद ने रणजीतपुर अड्डे पर एक दुकान से तीन रस्सी खरीदी थी। जिसमें से एक को जला दिया दूसरी रस्सी से आमलगीर का गला घोटकर खूंटी से लटका दिया, लेकिन गले में रस्सी इतनी टाइट हो गई कि उनसे खुल नहीं पाई। तीसरी रस्सी को पुलिस ने मौके से बरामद कर लिया है। वहीं दोनों ने आलमगीर के सिर में जो डंडा मारा था उसे चूल्हे में जला दिया। लेकिन आधा जला हुआ डंडा पुलिस ने बरामद कर लिया।
12 को होनी थी वाहिद की दूसरी शादी
वाहिद की हरकतों से तंग आकर उसकी पहली पत्नी घर छोड़ कर जा चुकी थी। अब उसका दोबारा रिश्ता हुआ था। 12 अक्टूबर को वाहिद की दोबारा शादी होनी थी। थाना बिलासपुर एसएचओ राकेश कुमार ने बताया कि वाहिद ने आलमगीर की हत्या की बात कबूल की है। उससे रिमांड पर पूछताछ की जा रही है।