कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट न आने से जांच में शामिल नहीं हुआ कबूतरबाजी का आरोपित
फिलहाल वह मेडिकल ग्राउंड पर जमानत पर चल रहा है। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश विजयंत सहगल की कोर्ट ने जहां आरोपित को 13 जुलाई तक जांच के लिए दोबारा बुलाया है।
संवाद सहयोगी, जगाधरी : कबूतरबाजी के आरोपित सुरेंद्र उर्फ छिदा ने पुलिस जांच में शामिल न होने के लिए इस बार कोरोना टेस्ट रिपोर्ट न आने का हवाला दिया है। फिलहाल वह मेडिकल ग्राउंड पर जमानत पर चल रहा है। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश विजयंत सहगल की कोर्ट ने जहां आरोपित को 13 जुलाई तक जांच में शामिल होने के निर्देश दिए हैं। वहीं केस की सुनवाई के लिए 14 जुलाई मुर्कर की है। सदर यमुनानगर पुलिस ने गांव औरंगाबाद निवासी सुखदेव सिंह की शिकायत पर 28 मई को सुरेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। 22 लाख रुपये ठग जंगलों के रास्ते भेजा था अमेरिका
पुलिस को दी शिकायत में सुखदेव सिंह ने कहा कि था कि उसका बेटा दूध बेचने का काम करता था। उसे पता चला कि अंबाला निवासी सुरेंद्र उर्फ छिदा लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। बातचीत के बाद उसकी सुरेंद्र से बेटे को अमेरिका भेजने की बात तय हो गई। 12 मार्च को वह बेटे को दिल्ली एयरपोर्ट ले गया। जहां उसे बताया गया कि फ्लाइट साहुपोली लीमा से होकर अमेरिका जाएगी। जबकि बेटे को कोलंबिया बॉर्डर पर छोड़ दिया गया। जहां सुरेंद्र उसे करीब 12 दिनों तक अपने घर रखा। इसी दौरान सुरेंद्र ने उससे दो लाख रुपये की डिमांड की। जंगलों के रास्ते उसके बेटे को अमेरिका भेज दिया। तीन दिनों तक जंगल के रास्ते चलने के बाद कैलीफोर्निया बॉर्डर पर उसके बेटे को पुलिस ने पकड़ लिया। जहां से उसके बेटे को जेल भेज दिया। जब एजेंट से पासपोर्ट देने की बात की, तो उसने देने से मना कर दिया। शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपित ने उससे 22 लाख रुपये ठग लिए।