आबकारी एवं काराधान विभाग में क्लर्क लगवाने के नाम पर युवक से ठगी के आरोपित गिरफ्तार
बावा कालोनी निवासी राहुल शर्मा को आबकारी एवं काराधान विभाग में क्लर्क लगवाने के नाम पर चार लाख 45 हजार रुपये ठगने के आरोपित विष्णुनगर निवासी वरूण भांभरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने इससे पहले पंजाब के होशियारपुर निवासी मदन को रिमांड पर लिया था। उससे पूछताछ के बाद वरूण को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपित फिलहाल रिमांड पर है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बावा कालोनी निवासी राहुल शर्मा को आबकारी एवं काराधान विभाग में क्लर्क लगवाने के नाम पर चार लाख 45 हजार रुपये ठगने के आरोपित विष्णुनगर निवासी वरूण भांभरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने इससे पहले पंजाब के होशियारपुर निवासी मदन को रिमांड पर लिया था। उससे पूछताछ के बाद वरूण को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपित फिलहाल रिमांड पर है।
पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, राहुल शर्मा ने बीबीए (बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) किया हुआ है। वह नौकरी की तलाश में था। इस दौरान उसकी मुलाकात वरूण से हुई थी। वरूण ने उसे बताया था कि उसकी पहचान मदन से है। जिसकी पहुंच काफी ऊपर तक है। वह उसकी सरकारी नौकरी लगवा देगा। जिस पर वह तैयार हो गया था।उसने आरोपित मदन से बात की, तो उसने बताया था कि वह पंचकूला सेक्टर दो हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के कार्यालय में कार्य करता है। जिस पर वह पंचकूला उससे मिलने पहुंचा था। जहां आरोपित ने कार्यालय के पास ही एक पार्क में उससे बात की थी। आरोपित ने उसे आबकारी एवं काराधान विभाग में बतौर क्लर्क नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख रुपये की मांग की। जिस पर राहुल तैयार हो गया था। इस तरह से आरोपित ने उससे अलग-अलग कर चार लाख 45 हजार रुपये ले लिए। आरोपित मदन से राहुल को चेयरमैन के साइन किया हुआ फर्जी ज्वाइनिग लेटर भी दिया था। जब वह पंचकूला कार्यालय में पहुंचा, तो पता लगा कि यह लेटर फर्जी है। इस पर उसने आरोपित से अपने पैसे वापस मांगे। आरोपित ने उसे चेक दिया था। जब यह चेक बैंक में लगाया, तो बाउंस हो गया था। बाद में आरोपित ने पैसे देने से इंकार कर दिया था। इस मामले में फर्कपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। एडिशनल जज के आदेशों के बाद मिला आरोपित का रिमांड :
मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध शाखा की टीम को पता लगा कि आरोपित मदन किसी अन्य मामले में अंबाला जेल में बंद है। वहां से उसका रिमांड लिया गया था। कोर्ट से उसका चार दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन नीचली अदालत ने चार दिन का रिमांड देने से इंकार कर दिया था। बाद में एडिशनल सेशन जज की कोर्ट में अर्जी लगाई। वहां से उन्हें आरोपित का रिमांड लेने की अनुमति मिली। उससे पूछताछ के बाद ही अब आरोपित वरूण को गिरफ्तार किया गया।