एक्सिस बैंक में सोने की जांच करने वाली कंपनी को पुलिस ने भेजा नोटिस
एक्सिस बैंक की शाखा में गोल्ड लोन के घोटाले में पुलिस को अब अनन्या ज्वैलर्स के बयान दर्ज करने हैं। यह बैंक की अधिकृत व सर्टिफाइड कंपनी है जो सोने की जांच करती है।
जागरण संवाददाता, साढौरा : एक्सिस बैंक की शाखा में गोल्ड लोन के घोटाले में पुलिस को अब अनन्या ज्वैलर्स के बयान दर्ज करने हैं। यह बैंक की अधिकृत व सर्टिफाइड कंपनी है, जो सोने की जांच करती है। इन्होंने ही ऑडिट रिपोर्ट के बाद गिरवी रखे सोने की जांच की थी, जिसमें यह नकली मिला था। पुलिस ने इस मामले में बैंक के पांच अधिकारियों के बयान दर्ज कर लिए हैं। पुलिस की अब तक की तफ्तीश में यही सामने आया है कि बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से ही यह पूरा घोटाला हुआ। इन्हें लोन की रकम निकालने के बाद कुछ ही पैसे दिए जाते थे।
एक्सिस बैंक से गोल्ड लोन के नाम पर दो करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। बैंक की ओर से सोने की जांच करने वाले साढौरा निवासी ज्वैलर संजय वर्मा समेत 30 लोगों को आरोपित बनाया गया। पुलिस ने भी केस दर्ज कर लिया था। पहले पुलिस को केवल सोने के बदले लोन लेने वालों के नाम दिए गए थे। बाद में पुलिस ने बैंक को नोटिस दिया, तो आरोपितों के नाम व पते भी दिए गए। पुलिस ने उस समय तैनात रहे पांच अधिकारियों को भी जांच में शामिल होने के लिए पत्र भेजा गया था।
इनको किया गया जांच में शामिल
बैंक के अधिकारी पुष्पेंद्र दीक्षित, सहायक मैनेजर अंकित जैन, जतिन गागरा, ओपरेटिग हैड रितू वालिया व तरुण मोंगिया को पुलिस ने जांच में शामिल किया। इन लोगों के बयान भी पुलिस ने दर्ज किए। इनमें से पुष्पेंद्र दीक्षित बैंक से लोन लेने के लिए आने वाले ग्राहकों के दस्तावेज चेक करते थे। उनका सितंबर 2018 में दूसरी जगह तबादला हो गया। अंकित जैन भी सितंबर 2018 में बैंक की शाखा से दूसरी जगह चले गए थे। रितू वालिया 2013 से सितंबर 2018 तक बैंक में रही। इसके बाद उनका तबादला हो गया। जतिन छाबड़ा मई 2018 तक बैंक में रहे। इनमें तरूण मोंगिया 2016 से लेकर अब तक साढ़ौरा शाखा में ही तैनात हैं। बताया जा रहा है कि बैंक में गोल्ड लोन के नाम पर घोटाला सामने आने के बाद इन कर्मचारियों का तबादला कर दिया गया था। पुलिस को शिकायत भी कई माह बाद बैंक की ओर से दी गई थी। ज्वैलर की अग्रिम जमानत याचिका हो चुकी खारिज
बैंक ने जिस ज्वैलर संजय वर्मा को सोना जांचने के लिए अधिकृत किया था। उस पर भी केस दर्ज कराया गया है। हालांकि ज्वैलर का कहना था कि बैंक की अेार से ही उन्हें अधिकृत किया गया। वह केवल सोने को देखकर अंदाजे से असली व नकली के बारे में बताते थे। उन पर केस दर्ज हुआ, तो उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका भी लगाई। हालांकि कोर्ट ने उन्हें जांच में शामिल होने के आदेश देते हुए याचिका खारिज कर दी थी। अभी जांच नहीं हुई पूरी
एसएचओ देवेंद्र कुमार का कहना है कि अभी हमारी जांच पूरी नहीं हुई है। बैंक की अधिकृत जांच कंपनी अनन्या ज्वैलर्स के अधिकारियों के भी बयान होने हैं। इसलिए उनको नोटिस भेजा गया है। उनके बयान होने के बाद ही जांच पूरी होगी। इसके अलावा स्थानीय ज्वैलर संजय वर्मा से भी पूछताछ की जाएगी।