हंगामे के बीच 85 प्रस्ताव पारित, सहायक पर लीज रद न होने की गिरी गाज, मेयर ने की सस्पेंड की सिफारिश
यमुनानगर नगर निगम हाउस की बैठक में हंगामे के बीच 85 प्रस्ताव पारित हुए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम हाउस की बैठक में हंगामे के बीच 85 प्रस्ताव पारित हुए। कुल 87 प्रस्ताव आए जिनमें से दो लंबित रख लिए गए हैं। स्ट्रीट लाइट, सफाई व्यवस्था, ठेकेदारों की मनमानी, पिछली बैठक में पास हुए प्रस्ताव पर अमल न होने सहित अन्य कई मुद्दों पर पार्षदों ने अधिकारियों को खूब घेरा। उधर, गढ़ी गुजरान रोड पर फैक्टरी संचालक को दी जमीन की लीज रद न करने में लापरवाही बरतने पर मेयर मदन चौहान ने भूमि शाखा के सहायक को सस्पेंड करने की सिफारिश कमिश्नर धर्मवीर से की हैं। हालांकि सहायक ने खुद को बेकसूर बताया, लेकिन मेयर का कहना है कि प्रस्ताव हाउस की बैठक में पास होने के बावजूद भूमि शाखा के सहायक ने लापरवाही बरती है। दरअसल, वार्ड 13 की पार्षद निर्मल चौहान ने लीज रद किए जाने का प्रस्ताव एजेंडे में शामिल करने के लिए भेजा था, लेकिन इसे शामिल नहीं किया गया। जबकि यह पहले पिछले बैठक में पास हो चुका है। बैठक में पार्षद की शिकायत के बाद मेयर एक्शन मोड पर आ गए। बैठक में वार्ड एक से पार्षद संजय, दो से प्रवीन कुमार व छह से प्रीती जौहर नहीं पहुंची। मार्च-2018 से पहले हुए वर्क आर्डर रद हाउस की बैठक के दौरान ठेकेदारों की मनमानी का मुद्दा खूब छाया रहा। मेयर की ओर से दिए गए अन्य प्रस्तावों में यह भी शामिल है कि यदि किसी कार्य के टेंडर में पहली बार दो टेक्निकल बिड और एक फाइनेंशियल बिड आती है तो उनको खोला जाए। टेंडर खुलने की तिथि के सप्ताह के अंदर वर्क आर्डर जारी किया जाए। साथ ही मार्च 2018 से पहले जो वर्क आर्डर हुए हैं, उनको रद किया जाए। उन कायों के फंड अन्य कार्यों के लिए इस्तेमाल किए जाएं। इसके अलावा यदि किसी भी वार्ड की गली में सीवरेज रह गया है तो 30 दिन के अंदर इस बारे एसई को लिखित में दें। आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने का पस्ताव भी हाउस में पास हुआ है। इस दौरान गत वर्ष हुए टेंडर में बरती गई खामियों को भी उजागर किया गया। पार्षद कर सकेंगे हाजिरी चेक बैठक में सफाई का मुद्दा भी काफी तुल पकड़ा। मेयर मदन चौहान स्वयं यहां तक कह गए कि वे स्वयं सफाई व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं। वार्ड चार से पार्षद देवेंद्र कुमार ने बैठक में सफाई व्यवस्था का मुद्दा उठाया। बैठक के दौरान ही फोन पर सफाई संबंधी शिकायत आने पर उन्होंने व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने की मांग रखी। हालांकि इस दौरान एक सफाई निरीक्षक ने अपनी सफाई में मेयर व अधिकारियों को मौका देखने की बात कही, लेकिन मेयर भी उनकी बात से सहमत नहीं हुए। उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। हर वार्ड में मरम्मत के लिए 15-15 लाख हर वार्ड में विभिन्न प्रकार के मरम्मत के कार्यों के लिए 15-15 लाख रुपये दिए जाने का प्रस्ताव भी पास हुआ। पार्षदों की शिकायत है कि उनके वार्डों में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। उनके कहने से एक नाली की मरम्मत नहीं होती। उधर, पार्षद निर्मल चौहान ने कहा कि छोटे-छोटे कार्यों के लिए उनको हाउस की बैठक का इंतजार करना पड़ता है। या फिर अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।