किशोरी की डॉक्टरों ने जांच की तो हुआ चौंकाने वाला खुलासा, परिजनों की खिसक गई पैरों तले जमीन
बीमार किशोरी की मेडिकल जांच के लिए परिजन डॉक्टर के पास पहुंचे तो कारण जानकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
जेएनएन, यमुनानगर। 13 वर्षीय किशोरी लंबे समय से बीमार चल रही थी। परिवार के लोग उसके इलाज के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। इस दौरान परिजन किशोरी को चंडीगढ़ पीजीआइ लेकर पहुंचे। जब डॉक्टर ने किशोरी की जांच की तो एेसा खुलासा हुआ, जिससे परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल, किशोरी 21 हफ्ते की गर्भवती निकली। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
अर्जुन नगर चौकी एरिया की कॉलोनी में रहने वाली किशोरी की अब चाइल्ड प्रोटेक्शन की टीम काउंसलिंग कर रही है। 18 मार्च को टीम यहां से चंडीगढ़ जाएगी। बताया जा रहा है कि कॉलोनी में रहने वाले दंपती के चार बच्चे हैं। यह तीसरे नंबर की है। पिता मजदूरी करते हैं, जबकि किशोरी पढ़ती है।
चाइल्ड लाइन की टीम जाएगी काउंसिलिंग करने
एसपी कुलदीप सिंह ने चाइल्ड प्रोटेक्शन टीम को पत्र भी भेजा। बाल कल्याण समिति की मेंबर अंजू वाजपेई ने बताया कि किशोरी के बारे में जानकारी मिल गई है। 18 मार्च को यहां से काउंसलर सहित चार सदस्यीय टीम चंडीगढ़ जाएगी। काउंसिलिंग के बाद ही मामले का सही पता लग सकेगा।
नहीं हो सकता गर्भपात, बच्चे को जन्म देना मजबूरी
13 साल की किशोरी मां बनेगी। नियमानुसार पैनल के बाद 16 सप्ताह तक का गर्भपात हो सकता है। किशोरी 21 हफ्ते की गर्भवती हो चुकी है। अब बहुत देर हो गई। इस मामले में यदि कोई पारिवारिक सदस्य हुआ तो मुश्किल होगी।