पीपीपी में जाति की गलती और अन्य अपडेट के लिए दो अवसर
सभी सरकारी योजनाओं के लिए जरूरी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में जाति संबंधी गलती और अन्य गलतियां सुधारने के लिए दो बार अवसर का विकल्प है। दो बार अपडेट होने के बाद यह लाक हो जाता है।
नंदकिशोर भारद्वाज, सोनीपत
सभी सरकारी योजनाओं के लिए जरूरी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में जाति संबंधी गलती और अन्य गलतियां सुधारने के लिए दो बार अवसर का विकल्प है। दो बार अपडेट होने के बाद यह लाक हो जाता है। इसके बाद किसी भी कालम में अपडेट करने के विकल्प की पेचीदा प्रक्रिया होती है। सरकारी अधिाकरी बार-बार लोगों से अपील कर रही है कि वे अपना परिवार पहचान पत्र बनवाते समय उसे ध्यान से देख लें, ताकि उन्हें ठीक कराने के लिए परेशानी न उठानी पड़े।
सरकार ने सभी योजनाओं के लिए परिवार पहचान पत्र जरूरी कर दिया है। एक बार बनने के बाद गलती होने पर उसे ठीक कराने के लिए लोग चक्कर काटते रहते हैं। पीपीपी में जाति संबंधी गलती होने पर इसे सुधारने के लिए लोगों के पास अब दो अवसर हैं। पहला इसे पटवारी के स्तर पर ही ठीक कराया जा सकता है। दूसरा पोर्टल पर करेक्शन मोड्यूल में जाकर शिकायत करें। इसके बाद एक लिक आएगा, इस पर क्लिक करने पर शिकायत कानूनगो के पास जाएगी। वहां से भी इसे ठीक कराया जा सकता है। दूसरी ओर एक बार पीपीपी बनने के बाद गलती होने पर इसे आनलाइन दो बार सुधारा जा सकता है। नाम, जाति, पता और लिग में गलती होने पर सुधार का विकल्प है। दो बार अपडेट करने के बाद यह लाक हो जाता है। फिर अपडेट करने की प्रक्रिया बड़ी पेचीदा है। ये अपडेट आनलाइन पीपीपी की साइट पर जाकर या अटल सेवा केंद्र में जाकर निश्शुल्क कराए जा सकते हैं। जन्म तिथि गलत हुई तो सुधारने का मौका नहीं
पीपीपी में जन्म तिथि में गलती होने पर सुधार के लिए अभी कोई प्रविधान नहीं है। काफी लोग जन्मतिथि में गलती होने पर इसमें सुधार की मांग को लेकर चक्कर काटते हैं लेकिन पोर्टल में इसके सुधार के लिए अभी कोई विकल्प नहीं दिया गया है। जल्द ही सुधार के प्रविधान का विकल्प शुरू करने की बात कही जा रही है। 120 सक्षम युवा घर-घर जाकर बना रहे परिवार पहचान पत्र
जिन लोगों ने परिवार पहचान पत्र को बनवा लिया लेकिन इस पर हस्ताक्षर कर उसे साइट पर फाइनल रूप में अपलोड किया जाता है, तब जाकर इसे बना हुआ माना जाता है। जिलेभर में ऐसे काफी लोग हैं जिन्होंने पीपीपी तो बनवा लिया है लेकिन इस पर हस्ताक्षर नहीं कर इसे फाइनली अपलोड नहीं किया है। अब जिलेभर में 120 सक्षम युवा ऐसे लोगों को खोजकर इनके घर जाकर मौके पर हस्ताक्षर करवा कर इसे अपलोड कर रहे हैं। इन युवाओं को इसमें दिक्कत आ रही है। अपलोड से पहले पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है, लोग ओटीपी देने में आनाकानी करते हैं। लोगों को बड़ी मुश्किल से समझाकर ओटीपी लेकर इसे अपलोड किया जाता है। आय सत्यापन का काम जारी
दूसरी ओर जिले में लोगों की आय के सत्यापन का कार्य जारी है। इसके लिए टीमें लगी हुई हैं। अब ऐसे लोगों की आमदनी का सत्यापन किया जा रहा है जिन्होंने अपनी आय एक लाख 80 हजार रुपये से कम दिखाई है। यह काम जल्द पूरा हो जाएगा। लोगों को अपना पीपीपी बनवाना चाहिए, क्योंकि यह सभी सरकारी योजनाओं के लिए जरूरी है। इसमें कोई गलती होने पर सुधार के दो अवसर मिलते हैं। लोगों को सभी जानकारी बड़े ध्यान से भरनी चाहिए। पीपीपी फाइनल अपलोड करने के लिए घर पहुंचे सक्षम युवाओं की मदद से इसे अंतिम रूप देना चाहिए।
- जोगेंद्र लठवाल, जिला योजना अधिकारी, सोनीपत