कृषि यंत्रों की गुणवत्ता का जायजा लेने पहुंची मंत्रालय की टीम
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से जिले में फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अनुदान पर दिए गए यंत्रों की गुणवत्ता का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को कृषि मंत्रालय की टीम पहुंची। मंत्रालय की दो सदस्यीय टीम 21 नवंबर तक जिले में दौरा करते हुए कस्टम हाय¨रग सेंटर के अलावा किसानों के व्यक्तिगत यंत्रों का भी जायजा लेगी। टीम ने पहले दिन चार गांवों में कृषि यंत्रों का जायजा लिया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से जिले में फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अनुदान पर दिए गए यंत्रों की गुणवत्ता का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को कृषि मंत्रालय की टीम पहुंची। मंत्रालय की दो सदस्यीय टीम 21 नवंबर तक जिले में दौरा करते हुए कस्टम हाय¨रग सेंटर के अलावा किसानों के व्यक्तिगत यंत्रों का भी जायजा लेगी। टीम ने पहले दिन चार गांवों में कृषि यंत्रों का जायजा लिया।
प्रदेश सरकार ने खेतों में फसलों के अवशेष जलाने से रोकने के लिए अब की बार सख्त रूख अपनाया है। इसके लिए जहां विभाग ने जिला अनुसार गांव स्तर पर कस्टम हाय¨रग सेंटर स्थापित किए हैं, वहीं किसानों को व्यक्तिगत तौर पर भी आधुनिक यंत्र दिए हैं। इन पर सरकार ने सेंटर संचालकों के साथ किसानों को भी यंत्र अनुदान पर दिए हैं। सेंटरों के साथ किसानों को दिए यंत्र सही हैं या नहीं, इसकी गुणवत्ता जानने के लिए कृषि मंत्रालय से दो सदस्यीय टीम सोनीपत पहुंची। टीम में दिल्ली से ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. नरेंद्र ¨सह व भोपाल से चीफ इंजीनियर देवव्रत शामिल हैं। बृहस्पतिवार को टीम ने स्थानीय कृषि अधिकारियों के साथ गांव जाखौली, पबसरा, मनौली व भैरा-बाकीपुर में कस्टम हाय¨रग सेंटरों व किसानों के यंत्रों की जांच की। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार यह टीम 21 नवंबर तक जिले में कृषि यंत्रों का जायजा लेगी। इस दौरान उनके साथ सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा के अलावा सतीश चौहान मौजूद रहे।