चार साल की राजनीति को 40 साल के बराबर समझने लगे हैं कुछ लोग : नैना चौटाला
डबवाली से विधायक नैना चौटाला ने कहा कि उनके पति डॉ. अजय ¨सह चौटाला ने 40 साल देकर इस इंडियन नेशनल लोकदल को सींचने का काम किया है। अब चार साल देकर कोई इस पार्टी को अपनी जागीर समझने लगे हैं। ऐसा नहीं हो सकता है। वे रविवार को जिले के गांव फरमाणा में इंडियन नेशनल लोकदल की ओर से आयोजित हरी चुनरी चौपाल को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रही थी।
जागरण संवाददाता, खरखौदा (सोनीपत) : डबवाली से विधायक नैना चौटाला ने कहा कि उनके पति डॉ. अजय ¨सह चौटाला ने 40 साल देकर इस इंडियन नेशनल लोकदल को सींचने का काम किया है। अब चार साल देकर कोई (इशारा अभय चौटाला की ओर था) इस पार्टी को अपनी जागीर समझने लगा है। ऐसा नहीं हो सकता है। वे रविवार को जिले के गांव फरमाणा में इंडियन नेशनल लोकदल की ओर से आयोजित हरी चुनरी चौपाल को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रही थीं।
चौपाल की भीड़ से उत्साहित विधायक नैना चौटाला ने कहा कि जब से भाजपा आई है, प्रदेश को लड़वाने का काम किया है। बहन-बेटियों की जो दुर्गति इस राज में हुई, उन्होंने पहले ऐसा कभी नहीं देखा। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात करने वालों के राज में आए दिन इज्जत लुटती है। सरकार बताए कि चार साल में ऐसा क्या सुधार किया है कि बेटियां खुद को सुरक्षित समझें। शिक्षा के स्तर पर भाजपा सरकार ऐसा क्या करने में कामयाब रही कि बेटियों की ¨चता अब मां-बाप को नहीं करनी पड़ेगी? उन्होंने कहा कि आज यह मातृ शक्ति एकजुट हो जाए तो वह राज पलट कर रख दे। नैना चौटाला ने कहा कि मेरी सोच महिलाओं के लिए लघु उद्योग स्थापित करने की है। शिक्षा, रोजगार में सुधार लाने की है। उनकी सरकार न केवल पेंशन तीन हजार रुपये करने का काम करेगी बल्कि किसान का बिजली बिल माफ करने के साथ ही घरेलू बिजली बिल को भी आधा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल ने इनेलो रुपी एक पौध लगाया था, जिसे डॉ. अजय ¨सह चौटाला ने 40 साल देकर हरा-भरा रखा है। इस अवसर पर इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. केसी बांगड़, कार्यक्रम प्रभारी राजेंद्र लितानी, प्रदेशाध्यक्ष तेलूराम जोगी, विधायक अनूप धानक, पूर्व विधायक रमेश खटक, प्रवक्ता राजकुमार रिढाऊ, शीला भ्याण आदि मौजूद रहे। युवाओं को बताया रामसेना
विधायक नैना चौटाला ने कहा कि जनता बताए कि क्या दुष्यंत और दिग्विजय ने अनुशासनहीनता की है। आज असत्य सत्य पर हावी हो चुका है। पार्टी में डॉ. अजय ¨सह के जितने कर्मठ कार्यकर्ता हैं, उन्हें धीरे-धीरे किनारे किया जा रहा है। यह ठीक नहीं है। उनके बेटों ने युवा वर्ग को पार्टी के साथ जोड़ा तो क्या गुनाह किया। हर वर्ग पार्टी में जरूरी है। उन्होंने पार्टी की युवा सेना को रामसेना करते हुए रामसेतू बनने तक (दुष्यंत के सीएम बनने तक) मेहनत करते रहने को कहा। वहीं महिला वर्ग को गिलहरी की भांति रामसेतू के गड्ढों को बंद करने की जिम्मेदारी सौंपी। नारे नहीं लगाने तो रैली क्यों, सत्संग कर लो
पार्टी में चल रहा उठापटक और सांसद बेटे दुष्यंत के निष्कासन का दर्द भी विधायक नैना चौटाला की बातों में झलक रहा था। चौपाल में मौजूद भीड़ की ओर मुखातिब होकर उन्होंने पूछा कि क्या रैली में नारे लगाना अनुशासनहीनता है। और, यदि रैली में नारे लगाना अनुशासनहीनता ही है तो फिर रैली क्यों करते हो, सत्संग ही कर लो। कार्यक्रम का न्योता देकर गायब हुए जिला अध्यक्ष
नैना चौटाला की हरी चुनरी चौपाल कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दो दिन पहले जिला अध्यक्ष पदम ¨सह दहिया ने प्रेसवार्ता करके लोगों को इसमें शामिल होने का न्योता दिया था। स्थानीय नेताओं के लिए वे इसको लेकर सक्रिय भी थे, लेकिन आयोजन के दिन वे अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम से नदारद रहे।
इनेलो के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार रिढाऊ की अगुवाई में आयोजित किये गए इस कार्यक्रम में मंच से एक बार भी नेता प्रतिपक्ष का नाम सुनने को नहीं मिला, वहीं मंचासीन नेताओं ने दुष्यंत को भावी सीएम बताने से कोई गुरेज नहीं किया।