आइआइटी व डीसीआरयूएसटी मिलकर करेंगे ग्रामीण क्षेत्र में कार्य
- संयुक्त रूप से मिलकर जल प्रबंधन व कूड़े के निस्तारण पर करेगें कार्य - गांव की समस्याओं पर होंगे शोध, युवक-युवतियों को दी जाएगी ट्रे¨नग जागरण संवाददाता, सोनीपत : आइआइटी दिल्ली व दीबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय में हो रहे शोध कार्य को ग्रामीणों तक पहुंचाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में जल प्रबंधन, कूड़े का निस्तारण व सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम किया जाएगा। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के विकास में योगदान देने के लिए दोनों शिक्षण संस्थानों में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। केंद्र सरकार के उन्नत भारत अभियान के तहत यह कार्य होंगे।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: आइआइटी दिल्ली व दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय में हो रहे शोध कार्य को ग्रामीणों तक पहुंचाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में जल प्रबंधन, कूड़े का निस्तारण व सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम किया जाएगा। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के विकास में योगदान देने के लिए दोनों शिक्षण संस्थानों में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
केंद्र सरकार के उन्नत भारत अभियान के तहत यह कार्य होंगे। इसमें भूमि की उपजाऊ क्षमता को बढ़ाने के साथ व्यवसायिक कृषि के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। इसी के साथ डीसीआरयूएसटी ग्रामीण क्षेत्र के युवक व युवतियों को रोजगार प्राप्त करने के योग्य बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के ट्रे¨नग कार्यक्रमों का भी आयोजन करेगा। इसके तहत महिलाओं के लिए सिलाई-बुनाई, युवकों के लिए कारपेंटर, वे¨ल्डग के साथ बेसिक कंप्यूटर ट्रे¨नग दी जाएगी, ताकि वह अपना छोटा रोजगार प्रारंभ कर अच्छी आय प्राप्त कर सके। आइआइटी दिल्ली व दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय के शोधार्थियों से आह्वान किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं से संबंधित विषयों पर शोध करें, ताकि वास्तविक रूप से ग्रामीण क्षेत्र में धरातल पर शोध उपलब्धियों को लागू किया जा सके।
-प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत, कुलपति