फसलों के अवशेष जलाने पर लगानी होगी पाबंदी
हरियाणा किसान आयोग के सदस्य राजेंद्र बाल्याण ने कहा कि पर्यावरण और भूमि बचाने के लिए फसलों के अवशेषों को जलाने से रोकना सबसे ज्यादा जरूरी है। हम खेत में जो भी फसल उगाते हैं उसके एक-एक कण का प्रबंधन हम अगर करेंगे तो पर्यावरण के साथ किसान की आय भी बढ़ेगी। वह मंगलवार को नई अनाज मंडी में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित किसान मेले में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : हरियाणा किसान आयोग के सदस्य राजेंद्र बाल्याण ने कहा कि पर्यावरण और भूमि बचाने के लिए फसलों के अवशेषों को जलाने से रोकना सबसे ज्यादा जरूरी है। हम खेत में जो भी फसल उगाते हैं उसके एक-एक कण का प्रबंधन हम अगर करेंगे तो पर्यावरण के साथ किसान की आय भी बढ़ेगी। वह मंगलवार को नई अनाज मंडी में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित किसान मेले में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
राजेंद्र बाल्याण ने कहा कि फसलों के अवशेषों के प्रबंधन के लिए आज अत्याधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध हैं। इन कृषि यंत्रों को विभिन्न योजनाओं के तहत अनुदान पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। विभाग द्वारा कस्टम हाय¨रग सेंटरों की स्थापना की गई है। यहां किसानों को सभी तरह के कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए गए हैं। इसके अलावा व्यक्तिगत किसानों को भी यह कृषि यंत्र विभाग द्वारा अनुदान पर दिए जा रहे हैं। इसके अलावा अन्य योजनाओं का भी किसानों को लाभ दिया जा रहा है। कृषि मेले में विभाग की ओर से फसल अवशेष प्रबंधन के विषय में प्रदर्शनी लगाकर जानकारी दी गई। पेट्रोलियम मंत्रालय से पहुंची सुनीता ¨सह ने जल व तेल बचत के लिए किसानों को जागरूक किया। इस मौके पर कृषि उपनिदेशक डॉ. अनिल सहरावत के अलावा डॉ अनिल राठी, डॉ. रमेश, डॉ. रमेश दांगी, राज जौहरी, एसके चौधरी, देवेंद्र लांबा, डॉ. जितेंद्र, जयभगवान गहलावत, सतीश चौहान, हरीश दहिया, देवराल दलाल, नवीन हुड्डा आदि मौजूद रहे। एसडीएम ने किया कस्टम हाय¨रग सेंटरों का दौरा
एसडीएम प्रशांत पंवार ने मंगलवार को गांव हुल्लाहेड़ी, जुआं, गढ़ी ब्राह्मणान और महलाना गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने यहां किसानों के लिए दिए गए कृषि यंत्रों की जांच की। उन्होंने इन गांवों में कस्टम हाय¨रग सेंटर पर खरीदे गए कृषि यंत्रों के बिलों व मॉडल की जांच भी की।