थ्री-पौंड सिस्टम घोटाले में ठेकेदारों से होगी रिकवरी
नगर निगम में शामिल किए गए गांवों में थ्री पौंड सिस्टम निर्माण की आड़ में करोड़ों के रेत-मिट्टी का घोटाला हुआ था। दैनिक जागरण द्वारा मामला उजागर करने के बाद इसकी जांच शुरू की गई थी जिसमें अब घोटाले की बात साबित हुई है।
दीपक गिजवाल, सोनीपत
नगर निगम में शामिल किए गए गांवों में थ्री पौंड सिस्टम निर्माण की आड़ में करोड़ों के रेत-मिट्टी का घोटाला हुआ था। दैनिक जागरण द्वारा मामला उजागर करने के बाद इसकी जांच शुरू की गई थी, जिसमें अब घोटाले की बात साबित हुई है। जांच के बाद मुख्यालय की ओर से भेजे गए पत्र में ठेकेदारों से रिकवरी के आदेश दिए गए हैं। इसको लेकर नगर निगम अब ठेकेदारों से रिकवरी की तैयारी में है।
थ्री पौंड सिस्टम की आड़ में रेत-मिट्टी चोरी के कारनामे को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था और इसमें करोड़ों के घोटाले की बात कही थी। इस पर तत्कालीन शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने संज्ञान लिया था। नगर निगम के अधिकारियों सहित कई अन्य एजेंसियों ने इस पर जांच शुरू की थी। मामले की जांच विजिलेंस की ओर से भी की गई थी। इसके बाद फाइनल रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई थी। वहां से मामले में कार्रवाई के निर्देश अब निगम अधिकारियों को मिले हैं। दूसरी ओर, इस मामले से जुड़े कई ठेकेदार नगर निगम कार्यालय पहुंचकर रिकवरी की राशि देने की बात कही है। उनका कहना है कि रेत-मिट्टी चोरी के आरोप में जो भी रिकवरी बनती है वे देने को तैयार हैं, लेकिन इससे पहले थ्री पौंड सिस्टम बनाने में अटकी पेमेंट देने की बात कह रहे हैं। इस मामले में अब नगर निगम निगम से जुड़े लोगों की भूमिका की भी छानबीन की जा रही है। यह था थ्री-पौंड सिस्टम घोटाला :
नगर निगम ने गांव रायपुर, फाजिलपुर, राई, शामाबाद, लिबासपुर, कुमासपुर, खेवड़ा, रेवली, बहालगढ़, मुकिमपुर व मुरथल गांव में थ्री पौंड सिस्टम बनवाए थे। थ्री पौंड सिस्टम के लिए तीन-तीन अलग-अलग पौंड बनाए जाते हैं। नगर निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक एक पौंड की लंबाई 150 फीट, चौड़ाई 100 फीट, जबकि गहराई 10 फीट होती है, लेकिन अधिकांश जगहों पर रेत-मिट्टी निकालने के लिए ज्यादा गहराई तक खोदाई कर दी गई। इन पौंड से निकली करीब 30 लाख फुट रेत व 6 हजार ट्रक मिट्टी का कोई हिसाब-किताब निगम के पास नहीं था। मोटे तौर पर रेत-मिट्टी की अनुमानित राशि करीब छह करोड़ रुपये के आसपास होती है। विधानसभा में गूंजा था मुद्दा :
खबर प्रकाशित होने के बाद शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन व कष्ट निवारण समिति की बैठक में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद राई विधायक जयतीर्थ दहिया व इनेलो कानून प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष ने पत्र लिख नेता प्रतिपक्ष नेता से मामला विधानसभा में उठाने की बात कही थी। इसके बाद मामला विधानसभा में भी उछला था और प्रदेश में अन्य जगह बन रहे थ्री पौंड की भी जांच हुई थी। थ्री-पौंड सिस्टम से निर्माण के दौरान निकले रेत-मिट्टी की गड़बड़ी के मामले में मुख्यालय से रिपोर्ट आई है। इसमें ठेकेदारों से रिकवरी के निर्देश दिए गए हैं। अब निगम से जुड़े लोगों की भूमिका को भी देखी जा रही है। रिकवरी के साथ ही विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
- शंभू राठी, संयुक्त आयुक्त, निगम।