इंतजार खत्म, आकाओं के पास तेज हुई लॉबिग
लोकसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होते ही सियासी हलकों में लॉबिग शुरु हो गई है। हरियाणा में हालांकि चुनाव में फिलहाल दो माह का वक्त है लेकिन अपनी टिकट पक्की करने के लिए दावेदारों ने लॉबिग तेज कर दी है। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार अपने-अपने आकाओं के पास पहुंच अपनी स्थिति मजबूत करने में जुट गए हैं।
संजय निधि, सोनीपत
लोकसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होते ही सियासी हलकों में लॉबिग शुरु हो गई है। हरियाणा में हालांकि चुनाव में फिलहाल दो माह का वक्त है, लेकिन अपनी टिकट पक्की करने के लिए दावेदारों ने लॉबिग तेज कर दी है। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार अपने-अपने आकाओं के पास पहुंच अपनी स्थिति मजबूत करने में जुट गए हैं। भाजपा सहित कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी सहित अन्य पार्टियों के नेताओं की भी दिल्ली व चंडीगढ़ की दौड़ तेज हो गई है।
वर्तमान में सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के रमेश कौशिक सांसद हैं। वे पिछले लोकसभा चुनाव से कुछ समय पूर्व ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। टिकटों के लिए सबसे अधिक लॉबिग भी भाजपा में ही चल रही है। वर्तमान सांसद भी अपनी टिकट बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। हालांकि यदि उनकी माने तो टिकट पक्की है, लेकिन भाजपा के सूत्र बताते हैं कि इस बार भाजपा नये व युवा चेहरे पर दांव लगा सकती है। भाजपा से टिकट पाने वालों में पहलवान योगेश्वर दत्त भी अपनी लॉबिग कर रहे हैं। हाल के दिनों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से उनकी मुलाकात की चर्चाएं भी यहां गर्म हैं। यही नहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी से उनकी नजदीकी भी इस हवा को बल दे रही है। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि मुख्यमंत्री की करीबी माने जाने वाले मीडिया सलाहकार राजीव जैन भी इस दौड़ में हैं। हालांकि वे इसके लिए किसी तरह की लॉबिग से इनकार कर रहे हैं, लेकिन चुनाव लड़ने के मुद्दे पर वे गेंद पार्टी के पाले में डाल देते हैं। जाट बाहुल क्षेत्र होने के नाते यदि भाजपा ने जाट नेता को टिकट दिया तो उसमें कृषि विपणन बोर्ड की चेयरपर्सन कृष्णा गहलावत बाजी मार सकती हैं।
दूसरी ओर, कांग्रेस में अभी सतह पर तो खामोशी दिख रही है, लेकिन टिकट के यहां भी खूब मारामारी चल रही है। गुटों में बंटी कांग्रेस में हर गुट से जुड़े नेता अपनी दावेदारी पक्की बता रहे हैं। कांग्रेस की टिकट की पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके गोहाना से वर्तमान विधायक जगवीर मलिक रेस में बने हुए हैं। वे हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। इसके अलावा दूसरे गुट के राजबीर दहिया भी प्रदेश अध्यक्ष के जरिए अपनी लॉबिग कर रहे हैं तो इन सबके बीच कांग्रेस के युवा नेता नया चेहरा नवीन राणा भी मैदान में अपनी ताल ठोंक रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला से रिश्तेदारी और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम नवी आजाद से अपनी नजदीकी का हवाला देकर आलाकमान तक लॉबिग में लगे हुए हैं। इसी बीच यह भी चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि कांग्रेस ने अपनी सभी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ने का फरमान जारी किया है। यदि ऐसा होता है तो यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा भी मैदान में आ सकते हैं। इसके अलावा जननायक जनता पार्टी और इनेलो की भी नजर सोनीपत संसदीय सीट पर है और पार्टी सूत्रों की मानें तो यहां से वे बड़े चेहरे को मैदान में उतार सकती है। स्थानीय नेताओं के अलावा जजपा में केसी बांगड़ और दिग्विजय चौटाला के नाम की भी चर्चा है।