कुत्तों के डर से पार्क का पैदल चक्कर भी नहीं लगा सकते लोग
कुत्तों के डर से शहर में लोगों ने पार्क में घूमना भी बंद कर दिया है। कुत्ते पैदल साइकिल और मोटरसाइकिल सवारों के पीछे दौड़कर उन्हें गिरा लेते हैं।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: कुत्तों के डर से शहर में लोगों ने पार्क में घूमना भी बंद कर दिया है। कुत्ते पैदल, साइकिल और मोटरसाइकिल सवारों के पीछे दौड़कर उन्हें गिरा लेते हैं। माडल टाउन में तो जैस पार्क के बाहर पैदल निकलना भी खतरनाक है। कुत्तों के हमले से कई लोग घायल हो चुके हैं। लोगों ने नगर निगम को ज्ञापन सौंपकर आवारा कुत्तों पर रोक लगाने की मांग की है। अब लोगों ने कुत्तों की देखभाल करने वाले लोगों पर भी गुस्सा निकालना शुरू कर दिया है।
शहर के ज्यादातर हिस्सों में कुत्तों को भरपेट खाने को नहीं मिलता है। वहीं कुछ क्षेत्रों में लोग कुत्तों को खाना, दूध और बिस्कुट-ब्रेड खिलाते हैं। ऐसे क्षेत्रों में कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। दूसरे क्षेत्रों से आकर कुत्ते ऐसे इलाके में रह रहे हैं। कुत्तों की बढ़ती संख्या भी परेशानी को बढ़ा रही है जबकि माडल टाउन में ही पिल्लों की सुरक्षा को लोग लगे हुए हैं। वहीं गलियों में कुत्ते ज्यादा होने से इनका स्वभाव आक्रामक होता जा रहा है। ये पैदल गुजरने वालों पर भी झपटने लगे हैं। साइकिल और मोटरसाइकिल सवारों को दूर तक दौड़ाते हैं, जिससे कई लोग चोटिल हो जाते हैं। माडल टाउन में कुत्ते के डर से गिरकर एक महिला का कुल्हा टूट गया है। कुत्तों को खाना देने पर नाराजगी
वरिष्ठ नागरिकों ने नगर निगम को पत्र सौंपकर आवारा कुत्तों से निजात दिलाने की मांग की है। परमजीत सिंह ने बताया कि हमने नगर आयुक्त को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की प्रति भी सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों को सामूहिक भोजन नहीं करा सकता है। वह अपने घर के बाहर भी ऐसा नहीं कर सकता है।
कुत्तों से परेशानी की शिकायत मिल रही हैं। आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही इसका टेंडर जारी किया जाएगा। कुत्तों को पकड़वाकर नसबंदी कराई जाएगी। नसबंदी हो जाने के बाद कुत्तों की आक्रामकता में भी कमी आती है।
- साहब सिंह, मुख्य सफाई निरीक्षक, नगर निगम