सुबह से मोर्चरी में रखे रहे दोनों के शव, दोपहर में पोस्टमार्टम से इंकार
चाकुओं से गोदकर पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में स्वास्थ्य व पुलिस विभाग के अफसरों के बीच तालमेल का अभाव नजर आया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : चाकुओं से गोदकर पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में स्वास्थ्य व पुलिस विभाग के अफसरों के बीच तालमेल का अभाव नजर आया। एक ओर जहां पोस्टमार्टम में तीन घंटे की देरी हुई, वहीं मृतकों के परिजनों को परेशानी झेलनी पड़ी। अस्पताल में एक्सरे मशीन खराब होने की बात कहकर पुलिसकर्मियों के शवों को खानपुर रेफर किया जाने लगा। इसका मृतक कप्तान सिंह के परिजनों ने विरोध करते हुए हंगामा किया। उसके बाद एसपी और डीएसपी के हस्तक्षेप के बाद पीएमओ डॉ. आदर्श शर्मा और डीएसपी डॉ. रवींद्र कुमार मौके पर पहुंचे। तब आनन-फानन में एक्सरे मशीन ठीक कराई गई। उसके बाद दोपहर दो बजे पोस्टमार्टम हो सके।
दो पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक जशनदीप रंधावा ने सीएमओ से दोनों शवों का जल्द पोस्टमार्टम कराने की बात कही। दस बजे दोनों के शव मोर्चरी में पहुंच गए थे। दोपहर 12 बजे अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि पुलिसकर्मियों को गोली लगने की आशंका पर शवों का एक्सरे कराया जाना है और नागरिक अस्पताल में एक्सरे मशीन खराब है। ऐसे में दोनों शवों को खानपुर मेडिकल कॉलेज भेजने की बात कही जाने लगी। यह देखकर एसपीओ कप्तान सिंह के परिजनों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने कहा कि जब सुबह पुलिस अधीक्षक ने बात की तो उसी समय शवों को खानपुर क्यों नहीं भेजा गया।
सिविल लाइन एसएचओ दर्पण सिंह ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। एसपी ने डीएसपी डॉ. रवींद्र कुमार को मौके पर भेजा। डीएसपी डॉ. रविद्र कुमार, डीआइ सुखवीर सिंह व इंस्पेक्टर नवीन यादव के साथ पीएमओ डॉ. आदर्श शर्मा मौके पर पहुंचे। सीएमओ से बात करने के बाद तत्काल एक्सरे मशीन ठीक कराई गई। उसके बाद एक बजे दोनों का एक्सरे किया गया। दोपहर में दो बजे दोनों शवों का पोस्टमार्टम हुआ।