खान-पान को लेकर लोग हुए जागरूक, फास्ट फूड से बना रहे दूरी
कोरोना संक्रमण ने लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव ला दिया है। इस दौरान लोग खान-पान को लेकर काफी जागरूक हुए हैं।
भूपेंद्र धुरान, सोनीपत
कोरोना संक्रमण ने लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव ला दिया है। इस दौरान लोग खान-पान को लेकर काफी जागरूक हुए हैं। लोग जहां फास्ट फूड से दूरी बना रहे हैं, वहीं सब्जियां और अन्य खाद्य सामग्री लेने में सावधानी बरत रहे हैं। यही वजह है कि ऑनलाइन डिलीवरी होने के बावजूद लोग खाना ऑर्डर नहीं कर रहे, इसलिए फास्ट फूड के दुकानदार खाली बैठे रहते हैं। संक्रमण के कारण ऑनलाइन खाने के ऑर्डर 70 फीसद से अधिक घट गए हैं।
जिलेभर में जगह-जगह मिठाई, फास्ट फूड की दुकानों के अलावा रेस्टोरेंट, होटल और बड़े-बड़े ढाबे खुले हुए हैं। इसके अलावा कोरोना संक्रमण से पहले सब्जी मंडियों और शहर के हर चौक-चौराहे पर सब्जी-फलों और फास्ट फूड की रेहड़ियां लगी मिलती थी। इन रेहड़ियों से लेकर दुकानों, रेस्टोरेंट, होटल ढाबों समेत अन्य जगहों पर लोगों की भारी भीड़ रहती थी। यहां लोग जहां मिठाई, फास्ट फूड का बहुत सेवन कर रहे थे। इसके अलावा सब्जियां आदि लाकर भी उन्हें सामान्य तरीके से धोकर ही इस्तेमाल कर लेते थे। अब कोरोना संक्रमण ने लोगों में खान-पान की एक बड़ी चुनौती सामने लाकर खड़ी कर दी है। यह नहीं है कि लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हुए हैं। खान-पान को लेकर लोगों में काफी जागरूकता आई है। घरों के बाहर सब्जी व फल खरीदने से लेकर बाजारों के सामान को लेने के बाद लोग उसका बड़ी सावधानी से प्रयोग कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, सरकार ने मिठाई, फास्ट फूड की दुकानों के अलावा रेस्टोरेंट, होटल और बड़े-बड़े ढाबे खोलने की छूट दी है तो लोग यहां से खाद्य सामग्री लेने से परहेज कर रहे हैं। इनमें जहां कोरोना संक्रमण से पहले लोगों को बैठने की भी जगह नहीं मिलती थी, वहीं अब होम डिलीवरी की सुविधा होने के बावजूद वे खाली बैठे रहते हैं। इसकी मुख्य वजह कोरोना के बीच लोगों में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की सुनिश्चितता को लेकर जागरूकता बढ़ी है। वे फास्ट फूड और बाहर के खाने की बजाय घरों में ही पौष्टिक भोजन का प्रयोग कर रह हैं। बेहतर स्वास्थ्य के लिए सावधानियां बरतनी सभी के लिए आवश्यक
जिला मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि खान-पान समेत हर समय सावधानी बरतनी चाहिए। हमें पैकिग की खाद्य सामग्री की बजाय सेफ फूड और पौष्टिक पदार्थों का प्रयोग करना चाहिए। कुछ सामग्री ऐसी हैं, जिनकी बिक्री पैकिग के जरिये ही होती है तो उन्हें खरीदते समय उनकी गुणवत्ता जरूर परखें। इसके अलावा बच्चों को स्कूलों में फास्ट फूड के प्रयोग न करने के प्रति जागरूक करें। उन्हें स्कूल के लिए पौष्टिक खाना ही दें। इसके प्रति विभाग की लगातार आमजन के साथ ही दुकानदारों को भी जागरूक कर रहा है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए खान-पान को लेकर सावधानी सभी के लिए आवश्यक है।