Move to Jagran APP

सुबह दो घंटे ओपीडी में सैकड़ों मरीजों की आफत

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रवक्ता डा. प्यारेलाल ने बताया कि एसएमओ की सीधी भर्ती पीजी पालिसी और डाक्टरों के स्पेशल कैडल का विरोध कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 07:00 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 07:00 PM (IST)
सुबह दो घंटे ओपीडी में सैकड़ों मरीजों की आफत
सुबह दो घंटे ओपीडी में सैकड़ों मरीजों की आफत

जागरण संवाददाता, सोनीपत : नागरिक अस्पताल में शुक्रवार सुबह दो घंटे सैकड़ों मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ओपीडी में बैठने वाले सभी डाक्टरों ने सुबह दो घंटे हड़ताल रखी। डाक्टरों ने ओपीडी में आए मरीजों को नहीं देखा। डाक्टर अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे थे। पंजीकरण काउंटर पर सुबह लंबी लाइनें लगी रही और मरीज इलाज के लिए इधर से उधर भटकते रहे। कई मरीज थक हारकर जमीन पर ही इंतजार में बैठ गए। अस्पताल परिसर मरीजों से खचाखच भर गया। सुबह 11 बजे के बाद सभी डाक्टरों ने सभी मरीजों का सुचारु रूप से इलाज किया।

loksabha election banner

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रवक्ता डा. प्यारेलाल ने बताया कि एसएमओ की सीधी भर्ती, पीजी पालिसी और डाक्टरों के स्पेशल कैडल का विरोध कर रही है। जिले में एसोसिएशन से जुड़े सभी डाक्टरों ने मंगलवार को भी काली पट्टी बांधकर मरीजों को देखा था। डाक्टरों ने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर संज्ञान नहीं लिया तो वे 12 नवंबर को सुबह दो घंटे ओपीडी में काम नहीं करेंगे।

शुक्रवार सुबह नागरिक अस्पताल में ओपीडी खुलते ही मरीज पहुंचने लगे, लेकिन डाक्टर अपने कमरों में नहीं बैठे। इसके अलावा पंजीकरण काउंटर पर मरीजों की भीड़ लग गई। वहां बैठे कर्मचारियों को जैसे ही पता चला कि डाक्टर अपने कमरों में नहीं हैं, उन्होंने मरीजों के पंजीकरण कार्ड बनाने बंद कर दिए। इससे वहां पर मरीजों की लाइन लग गई। इसके अलावा अस्पताल परिसर भी मरीजों से भर गया। मरीज इलाज के लिए इधर से उधर भटकते रहे। 11 बजे के बाद ओपीडी सुचारु रूप से चल पाई। गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में मिला इलाज

ओपीडी में मरीजों की हड़ताल के कारण इमरजेंसी में मरीजों का दबाव बढ़ गया। अस्पताल पहुंच रहे गंभीर मरीजों को एमरजेंसी में उपचार दिया गया। इमरजेंसी में कई डाक्टरों और सहयोगी स्टाफ को तैनात किया गया था। ओपीडी से भी कई मरीज इमरजेंसी पहुंचे और डाक्टर को दिखाया। बाल रोग विशेषज्ञ ने नहीं बंद की ओपीडी

अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा. अलंकृता गेरा के कमरे के बाहर बच्चों को गोद में लिए महिलाओं की लाइन लगी थी। डा. गेरा ने महिलाओं और बच्चों की परेशानी को देखते हुए ओपीडी बंद नहीं की और बच्चों का उपचार जारी रखा। उनके साथ डा. जितेंद्र ने भी बच्चों का उपचार किया। डा. गेरा ने बताया कि आजकल डेंगू, बुखार, निमोनिया के पीड़ित बच्चे अस्पताल अधिक पहुंच रहे हैं। डेंगू के छह मरीज मिले

शुक्रवार को जिले में डेंगू के छह मरीज मिले। इन्हें मिलाकर कुल आंकड़ा 683 हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें जिन क्षेत्रों में मरीज मिल रहे हैं, वहां जाकर लार्वा को नष्ट किया और लोगों को जागरूक किया। डेंगू की नोडल अधिकारी डा. अनविता कौशिक ने बताया कि गन्नौर, जुआ और बढ़खालसा खंडों में मरीज सामने आ रहे हैं। वहां पर टीम भेजकर लोगों को सुरक्षित किया जा रहा है।

बीमारी के कारण खून चढ़वाया था। पता नहीं किस कारण पैरों में अत्यधिक जलन हो रही है। अस्पताल में फिजिशियन को दिखाने के आया था, लेकिन यहां पता चला कि दो घंटे की डाक्टरों की हड़ताल है। अब इंतजार करने के अलावा कोई चारा नहीं है।

- महबूब, गांव जगदीशुपर से आए मरीज काला पीलिया हो गया था। डाक्टर के पास इलाज चल रहा है। दवा खत्म हो गई थी। डाक्टर को दिखाने और दवा लेने के लिए आया था, लेकिन यहां डाक्टर ही नहीं मिले। अब डाक्टर को दिखाने के बाद ही जाउंगा। डाक्टरों की हड़ताल से परेशानी हुई।

- श्रीराम सिंह, गन्नौर से तीमारदार के साथ आए मरीज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.