घर और ऑफिस के तनाव के बीच में उलझी एएसआइ की मौत
पुलिस लाइन स्थित आर्थिक शाखा में तैनात एएसआइ राजबीर की मौत को पुलिस आत्महत्या मानकर जांच कर रही है। शव के पास वाले खेत से सल्फास मिलने के बाद आत्महत्या की आशंका बढ़ती जा रही है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : पुलिस लाइन स्थित आर्थिक शाखा में तैनात एएसआइ राजबीर की मौत को पुलिस आत्महत्या मानकर जांच कर रही है। शव के पास वाले खेत से सल्फास मिलने के बाद आत्महत्या की आशंका बढ़ती जा रही है। उनका बिसरा और मोबाइल शनिवार को जांच के लिए भेजा जाएगा। परिवार के लोगों ने घर में किसी भी प्रकार के तनाव से इंकार कर दिया है। इसके साथ ही पुलिस ऑफिस के तनाव की भी जांच कर रही है। लॉकडाउन डयूटी के चलते वह कई-कई दिन तक घर नहीं पहुंच पाता था।
एएसआइ राजबीर की मौत की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। राजबीर का शव नग्न अवस्था में पड़ा मिला था। उसके कपड़े कुछ दूरी पर रखे थे। ऐसे में शुरू में पुलिस इसको हत्या मानकर चल रही थी। शव के पास से हत्या के कोई साक्ष्य टीम को नहीं मिले। उसके बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में सघन जांच की। पास के खेत में कीटनाशक सल्फास की डिब्बी पड़ी मिली। उसमें से तीन गोलियां गायब थी। पुलिस ने सल्फास खाकर आत्महत्या करने की दिशा में जांच शुरू कर दी है। एएसआइ के परिवार के लोगों का कहना है कि किसी भी प्रकार का तनाव घर, रिश्तेदार या मिलने वालों के यहां नहीं था। ऐसे में तनाव को ऑफिस से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह था मामला
कुंडली के गांव बारोटा के पास रजवाहे की पटरी के निकट खेत में एएसआइ राजबीर का शव निर्वस्त्र पड़ा मिला है। वह पुलिस लाइन में कैशियर के पद पर तैनात थे और दो दिन से लापता थे। उनके बेटे ने सिटी थाने में लापता होने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने राजबीर के शव के पास से ही उनके कपड़े बरामद किए थे। वहीं उनका मोबाइल करीब 50 मीटर दूर झाड़ियों में मिला था। शव मिलने पर वहां पहुंचे बच्चों ने सूचना देने के लिए मोबाइल को ऑन किया था। परिवार में किसी भी प्रकार का तनाव नहीं था। लॉकडाउन के बाद से वह एक-एक सप्ताह तक घर नहीं आ पा रहे थे। ऑफिस के किसी तनाव की चर्चा परिवार में नहीं की है। हमने डीएसपी से सच्चाई का पता लगवाने की मांग की है।
- सिद्धार्थ दहिया, मृतक एएसआइ का पुत्र। हम शनिवार को बिसरा और मोबाइल जांच को भेजेंगे। उसके बाद सच सामने आएगा। फॉरेंसिक विभाग की रिपोर्ट भी तब तक मिल जाएगी। हम परिवार और ऑफिस दोनों स्थानों के तनाव को ध्यान में रखकर जांच कर रहे हैं।
- रवि कुमार, एसएचओ थाना सिटी।