जर्मनी के विशेषज्ञ तराशेंगे डीसीआरयूएसटी का कौशल
जर्मनी की प्रिटिग टेक्नोलॉजी के एक प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. मार्कस हियरिग के नेतृत्व में डीसीआरयूएसटी का दौरा किया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत :
जर्मनी की प्रिटिग टेक्नोलॉजी के एक प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. मार्कस हियरिग के नेतृत्व में मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) का दौरा किया। यहां उन्होंने मौजूद संभावनाओं और संसाधनों को बारीकी से जाना। साथ ही यहां की औद्योगिक व व्यापारिक गतिविधियों में प्रिटिग की आवश्यकता पर भी शोध किया। विदेशी विशेषज्ञ टीम ने संकेत दिए कि डीसीआरयूएसटी के साथ भविष्य में व्यापक समझौता किया जाएगा, जिसके तहत यहां की प्रतिभाओं को तराशा जाएगा।
डॉ. मार्कस हियरिग के नेतृत्व में पहुंचे सदस्यों ने जर्मनी के ट्रेनिग इंस्टीट्यूट व उद्योगों में डीसीआरयूएसटी के साथ विभिन्न प्रकार के शोध कार्यों की संभावनाओं को तलाशा। जर्मनी की प्रिटिग टेक्नोलॉजी से सबिनी गेल्डमैन और डॉ. हियरिग ने जर्मन इंस्टीट्यूट में शोध और प्रशिक्षण की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। साथ ही टेक्सटाइल प्रिटिग में डिजिटलाइजेशन के योगदान की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने डीसीआरयूएसटी व जर्मन उद्योगों की भविष्य में शैक्षणिक और शोध कार्यों की भागीदारी में अपना पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। इससे डीसीआरयूएसटी के शिक्षकों व विद्यार्थियों के विकास में सहयोग मिलेगा। इस दौरान डीसीआरयूएसटी के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा है कि जर्मन के प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा प्रिटिग के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा। विवि में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को निखारा जा सकेगा।