गड़बड़ी उजागर होने पर हैफेड के गोदामों पर अधिकारियों का छापा
हैफेड के मुरथल गोदाम में गड़बड़ी मिलने के बाद अधिकारियों की टीम ने सोमवार को बड़े स्तर पर छापामारी की।
जागरण संवाददाता, सोनीपत :
हैफेड के मुरथल स्थित गोदाम में गड़बड़ी उजागर होने के बाद अधिकारियों की टीम ने सोमवार को बड़े स्तर पर गोदामों में छापामारी की। पंचकूला और रोहतक की टीम ने मुरथल के साथ ही हैफेड के सभी 15 गोदामों में जाकर निरीक्षण किया और बोरियों में नमी की जांच की। विभागीय सूत्रों की माने तो गेहूं की बोरियों का वजन कम निकला है और उनमें नमी की मात्रा मानक से कई गुना ज्यादा मिली है। गोदाम में बोरियों से गेहूं निकालने और उन पर पानी डालकर वजन पूरा करने का आरोपी निरीक्षक अभी तक फरार है।
हैफेड के गोदामों में बोरियों से गेहूं निकालने और वजन पूरा करने के लिए पानी डालने की शिकायत अफसरों को शनिवार को मिली थी। उसके चलते उपायुक्त के आदेश पर गोदाम पर छापामारी की गई थी। छापे के दौरान गोदाम में सबमर्सीबल का पाइप लगा मिला था और गेहूं की बोरियां गीली थी। छापामारी का नेतृत्व कर रहे एसडीएम ने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को रविवार को ही भेज दी थी। छापेमारी के बाद से ही गोदाम की देखरेख का प्रभारी निरीक्षक फरार है। उसको विभाग के अधिकारी भी तलाश रहे हैं।
सोमवार को पंचकूला और रोहतक मंडल के हैफेड के अधिकारियों की टीम जिले में पहुंची। उनके साथ एफसीआई के अधिकारी भी थे। टीम ने सबसे पहले मुरथल स्थित हैफेड के गोदाम पर छापा मारा। गोदाम का निरीक्षण किया गया। इसमें गेहूं की बोरियों की संख्या और उनमें से कुछ का वजन लिया गया। नमी जांचने के लिए गेहूं के सैंपल लिए गए। उसके बाद टीम ने हैफेड के सभी 15 गोदामों पर जांच शुरू कर दी। इससे स्थानीय अफसरों में हड़कंप मच गया। छापामारी में हैफेड के स्थानीय डीएम साथ रहे। इसी दौरान पंचकूला की टीम ने गेहूं के वितरण और वजन का छह माह का रिकार्ड मांगा। इस दौरान गेहूं के सैंपल की रिपोर्ट भी मांगी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार मुरथल गोदाम में ज्यादातर बोरियों में 15 से 20 किलो तक वजन कम मिला है। गेहूं में नमी की मात्रा छह फीसद के मानक के सापेक्ष 35 फीसद मिली है। हालांकि स्थानीय अधिकारी अभी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों की टीम ने मुरथल सहित अन्य गोदामों पर छापामारी की है। गोदामों का भौतिक सत्यापन करने के साथ ही गेहूं के सैंपल लिए गए। छापामारी करने वाले अधिकारी अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को ही देंगे। हमको उन्होंने कुछ नहीं बताया है। हम अपने स्तर पर भी सभी गोदामों की जांच करा रहे हैं।
- शीशपाल गौरी, डीएम हैफेड