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चालान के समय ना नाम पूछना पड़ेगा, ना ठिकाना

परिवहन विभाग अब वाहनों की चालान प्रिक्रया को पूरी तरह ऑनलाइन करने की तैयारी कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 05:38 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:30 AM (IST)
चालान के समय ना नाम पूछना पड़ेगा, ना ठिकाना
चालान के समय ना नाम पूछना पड़ेगा, ना ठिकाना

जागरण संवाददाता, सोनीपत : परिवहन विभाग अब वाहनों की चालान प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए साफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है। चुनाव के बाद इसको लागू किया जाएगा। परिवहन विभाग के नेशनल पोर्टल पर सभी वाहनों का रिकार्ड अपडेट किया जा रहा है। एक ही पोर्टल पर वाहन बीमा, प्रदूषण, आरसी, फिटनेस आदि को अपडेट किया जाएगा। नए मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार विभिन्न मामलों में नियम तोड़ने का जुर्माना भी पोर्टल पर रहेगा। यह वाहनों के चालान की अत्याधुनिक प्रक्रिया होगी।

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वाहनों का चालान करने में अभी वक्त लगता है। कई कागजात की जानकारी वाहन चालक से लेनी पड़ती है। कई बार चालक कहता है कि अमुक कागजात उसके पास है, बस लाना भूल गया है। नई प्रक्रिया से अब चालान करने की प्रक्रिया भी अपडेट हो जाएगी। अफसरों के अनुसार वाहन चालान को पेपरलेस करने की भी तैयारी की जा रही है। नई प्रक्रिया में वाहन के नंबर प्लेट को चालान टीम का अधिकारी अपने मोबाइल पर स्कैन करेगा। उसके साथ ही वाहन की पूरी कुंडली मोबाइल पर आ जाएगी। वाहन के बीमा, प्रदूषण व फिटनेस आदि सामने आ जाएगी। टीम के सदस्य केवल चालक का डीएल देखेंगे। उसके साथ ही मोबाइल पर वाहन चालक के अपराध पर क्लिक किया जाएगा। ऐसा करते ही उक्त अपराधों से संबंधित जुर्माना स्क्रीन पर आ जाता है। ओके करते ही एक मैसेज वाहन मालिक व एक वाहन चालक के मोबाइल पर पहुंच जाता है। यह पूरी प्रक्रिया बहुत जल्द पूरी कर ली जाती है। नई चालान प्रक्रिया से अफसर और वाहन चालक के बीच होने वाली बेवजह की बहस थम जाएगी। जुर्माना ज्यादा या कम लगाने के आरोप खत्म हो जाएंगे। अधिकारी चाहकर भी किसी धारा को न तो बढ़ा सकेंगे और न ही कम कर सकेंगे। इससे चालान प्रक्रिया में पारदर्शिता आ जाएगी। अधिकारियों को कम मेहनत व समय में ज्यादा चालान करने में भी मदद मिलेगी।

विभाग की चालान प्रक्रिया में सुधार किया जा रहा है। यह बहुत जरूरी था। इससे चालान के दौरान वाहन लेकर भागने वालों के चालान करने में भी मदद मिलेगी। कागजात मांगने के लिए बेवजह उलझना नहीं पड़ेगा। चालान टीम पर कम या ज्यादा जुर्माना लगाने का आरोप भी नहीं लगाया जाएगा। चुनाव बाद नई प्रक्रिया को लागू करने की तैयारी है। इसका साफ्टवेयर अपडेट कर लिया गया है।

- सचिन कुमार ढुल, सड़क सुरक्षा अधिकारी परिवहन निगम।


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