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अब अगली सरकार तय करेगी नरेला-रोहतक रोड बाईपास की कार्ययोजना

पिछले कई वर्षों से वाहन चालक सोनीपत शहर में जाम से जूझ रहे हैं। इस जाम से निपटने के लिए नरेला-रोहतक रोड बाईपास की कवायद तो शुरू हुई लेकिन वह अब तक सिरे नहीं चढ़ पाई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 01:55 PM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2019 06:28 AM (IST)
अब अगली सरकार तय करेगी नरेला-रोहतक रोड बाईपास की कार्ययोजना
अब अगली सरकार तय करेगी नरेला-रोहतक रोड बाईपास की कार्ययोजना

जागरण संवाददाता, सोनीपत : पिछले कई वर्षों से वाहन चालक सोनीपत शहर में जाम से जूझ रहे हैं। इस जाम से निपटने के लिए नरेला-रोहतक रोड बाईपास की कवायद तो शुरू हुई, लेकिन वह अब तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। बाईपास के लिए सर्वे होने के बावजूद सरकार की ओर से इसके निर्माण की अंतिम मुहर नहीं लग पाई है। ऐसे में अब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगने के कारण एक बार फिर यह प्रक्रिया उलझ गई है। अब बाईपास का निर्माण करने की कार्ययोजना नई सरकार तय करेगी। लोगों को उम्मीद है कि सरकार बनते ही शहर के जाम से छुटकारा मिलेगा।

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लंबे समय से दिल्ली, यूपी, राजस्थान समेत हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, झज्जर व कई जिलों के वाहन सोनीपत में रोहतक रोड और नेशनल हाईवे से सीधा बहालगढ़ रोड होते हुए शहर के बीचोंबीच निकलते हैं। हालांकि नेशनल हाईवे से गोहाना रोड बाईपास बनाया गया है। इसके बावजूद शहर के अंदर रोजाना जाम की स्थिति रहती है। शहर में कई बार काफी लंबा जाम लग जाता है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी के मद्देनजर सरकार ने वर्ष 2017 में खासकर भारी वाहनों को शहर से बाहर निकालते हुए रोहतक रोड से नरेला तक बाईपास बनाने का निर्णय लिया था। इसके लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। पिछले ढाई वर्षों में केवल बाईपास का सर्वे ही हो पाया है, जिसकी मंजूरी के लिए फाइल कई महीनों से इंतजार कर रही है। बाईपास का निर्माण न होने से जहां शहर में जाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है, वहीं अब आचार संहिता के कारण इसके निर्माण की प्रक्रिया रूक गई है। ऐसे में अब अगली सरकार ही इसकी कार्ययोजना तय करेगी। करीब पांच किलोमीटर बनेगा बाईपास

रोहतक रोड को जीटी रोड तक जोड़ने वाला बाईपास करीब पांच किलोमीटर बनेगा। इसके लिए छह गांवों की जमीन अधिगृहीत की जानी है। इनमें गांव बैंयापुर, हरसाना कलां, हरसाना खुर्द, नसीरपुर बागंड़, जगदीशपुर और राठधना की जमीन शामिल हैं। इसके लिए कंसलटेंट एजेंसी ने अलाइनमेंट का सर्वे तो कर लिया है, लेकिन किस गांव की कितनी जमीन, कितना क्षेत्रफल, खर्च आदि की रिपोर्ट तैयार करने के लिए मुख्यालय की मंजूरी मिलनी बाकी है। नरेला-रोहतक रोड तक बाईपास बनाने के लिए जमीन का सर्वे करवा दिया था। मंजूरी के लिए फाइल मुख्यालय भेजी गई। अब सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही आगामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

- विकास कुमार, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, सोनीपत


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