सिगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने की शर्त पर मिलेंगे मैरिज होम
सरकार के पर्यावरण को खतरा बनें सिगल यूज प्लास्टिक पर रोक के आदेश को मैरिज होम संचालकों ने भी समर्थन देने का एलान किया है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: सरकार के पर्यावरण को खतरा बनें सिगल यूज प्लास्टिक पर रोक के आदेश को मैरिज होम संचालकों ने भी समर्थन देने का एलान किया है। अब वह बुकिग कराने वालों के सामने सिगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने की शर्त रखेंगे। इसके लिए आयोजनों के लिए जरूरी क्राकरी का इंतजाम किया जा रहा है। प्रशासन ने भी मैरिज होम संचालकों को अभियान में साथ लेने की पहल शुरू कर दी है।
शादी-विवाहों में बड़े स्तर पर सिगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग किया जाता है। प्रशासन ने एक बार ही प्रयोग होने वाली पर्यावरण विरोधी क्राकरी को भी इसी श्रेणी में रखा है। ऐसे में प्लॉस्टिक के दौने, चम्मच, ग्लास, प्लेट और थर्मोकॉल की प्लेट आदि का प्रयोग बंद कर दिया गया है। इनकी बिक्री करने वाले दुकानदारों पर रोक लगा दी गई है। अब छापामार अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही मैरिज होम संचालकों का भी सहयोग लिया जाएगा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ ललित कुमार मलिक ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के अभियान में सभी का साथ लिया जा रहा है। इस कड़ी में मैरिज होम संचालकों से भी संपर्क शुरू किया है। सभी ने अभियान को अपना सहयोग दिया है। हम मैरिज होम की निगरानी को नगर निगम के अफसरों के साथ मिलकर भी योजना तैयार कर रहे हैं। मैरिज होम से निकलने वाले कूड़े की जांच भी नगर निगम के अफसर करते रहेंगे। हम प्रधानमंत्री के अभियान में साथ हैं। प्रशासन का पूरा सहयोग किया जाएगा। आने वाली सभी बुकिग में प्रतिबंधित क्राकरी का प्रयोग न करने की शर्त लगाई जाएगी। उसके लिए जरूरी क्राकरी का इंतजाम भी किया जा रहा है। इसको लेकर जल्द ही हमारी यूनियन की बैठक होगी।
- सत्यनारायण शर्मा, मैरिज होम संचालक