अफसरों की खींचतान में सैकड़ों घरों को नहीं मिला पानी
जनस्वास्थ्य विभाग और बिजली बोर्ड के अफसरों की आपसी खींचतान में शहर के सैकड़ों परिवारों को शुक्रवार सुबह पानी मिला।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: जनस्वास्थ्य विभाग और बिजली बोर्ड के अफसरों की आपसी खींचतान में शहर के सैकड़ों परिवारों को शुक्रवार सुबह पानी मिला। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पानीपत में तैनात बिजली बोर्ड के एसडीओ के घर की लाइन का लीकेज रोकने के लिए 50 रुपये की क्लिप लगनी थी। इसको फ्री में लगाने को लेकर बात टकराव तक पहुंची और एसडीओ ने नलकूप के ट्रांसफार्मर के तारों को तुड़वा दिया।
बिजली बोर्ड के एक एसडीओ शहर के विकासनगर रहते हैं। उनकी तैनाती पानीपत में है। जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सत्यप्रकाश योगी ने बताया कि एसडीओ ने बृहस्पतिवार को पाइपलाइन के लीक होने की शिकायत की थी। टीम को मौके पर भेजा गया तो लीकेज एसडीओ के घर को जाने वाली उनकी अपनी लाइन में थी। इसकी जानकारी एसडीओ को दे दी गई।
उनको बताया गया कि सॉकिट से लीकेज है, जिस पर क्लिप लगाई जानी है। क्लिप मंगवा दें तो हमारे कर्मचारी उसको लगा देंगे या फिर वह खुद लगवा लें। एसडीओ ने कहा कि लीकेज रुकवाने का काम जनस्वास्थ्य विभाग का होता है तो क्लिप आप ही मंगवाएं। उनको बार-बार समझाया गया कि विभाग केवल मुख्य लाइन की मरम्मत कराता है। इसको लेकर दोनों में बहस हो गई।
जन स्वास्थ्य विभाग के जेई सत्यप्रकाश योगी ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे सदर बूस्टिग स्टेशन के ट्रांसफार्मर के तार बिजली बोर्ड के जेई ने तुड़वा दिए। इससे नलकूप चलना बंद हो गया। पानी की सप्लाई सुबह सात बजे से 11 बजे तक दी जाती है। ऐसे में महलाना रोड, अशोक विहार, मालवीय नगर, विवेकानंद नगर और सुभाष स्टेडियम के आसपास के करीब 15 सौ परिवारों को पानी नहीं मिला।
लोगों के फोन आने शुरू हुए तो बिजली बोर्ड के जेई से संपर्क किया गया। उन्होंने एसडीओ की लाइन की लीकेज ठीक होने से पहले तार जोड़ने से मना कर दिया। उसके बाद जनस्वास्थ्य विभाग के चीफ इंजीनियर ने बिजली बोर्ड के एसई को फोन किया। उसके बाद दोपहर में 12 बजे बिजली सप्लाई शुरू की गई। दोनों विभागों की खींचतान से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विकासनगर में बिजली बोर्ड के पापत में तैनात एसडीओ सुनील कुमार रहते हैं। उनका फोन आया था कि लाइन में लीकेज है, जिससे गली में पानी भर रहा है। पेयजल लाइन का वाल्व खराब है, उसको ठीक नहीं किया जा रहा है इसलिए बूस्टिग स्टेशन की सप्लाई बंद कर दो। मुझको लगा कि सप्लाई बंद करके ही वाल्व ठीक किया जाएगा। दोपहर में अफसरों ने लाइन जोड़ने को कहा तो मैंने सप्लाई शुरू करा दी। इसमें मेरे स्तर से कोई गलती नहीं है।
- मोहित कुमार, जेई बिजली बोर्ड