कृषि विभाग को मिला खेतों के सर्वे का काम
खेतों की पैदावार को रिकार्ड में दर्ज करने का काम भी अब कृषि विभाग को सौंप दिया गया है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: खेतों की पैदावार को रिकार्ड में दर्ज करने का काम भी अब कृषि विभाग को सौंप दिया गया है। अभी तक यह कार्य पटवारी करते थे। इससे फसलों का रिकार्ड अपडेट होने में देरी हो जाती थी। फसल बीमा योजना में फसलों का खेत के हिसाब से मिलान होना जरूरी है।
फसल बीमा योजना में प्रीमियम तो साल दर साल जमा होता है, लेकिन जरूरत के वक्त मुआवजा लेने में दिक्कत आती है। दरअसल बीमा राशि का प्रीमियम तो खेतों के आधार पर जमा हो जाता है, लेकिन बीमा राशि का भुगतान फसल के हिसाब से होता है। फसलों में नुकसान होने पर बीमा का क्लेम करने के लिए समय काफी कम होता है। इसलिए कृषि विभाग पहले से ही खेत संख्या के हिसाब से फसलों का रिकार्ड तैयार रखेगा। उप निदेशक कृषि डा. अनिल सहरावत ने बताया कि किसानों के नाम और खेत संख्या के हिसाब से फसलों का रिकार्ड कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है। इसको जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। अब हर सीजन में फसल बुवाई के तत्काल बाद फसलों का रिकार्ड तैयार करा लिया जाएगा। इस बार पटवारियों से प्राप्त रिकार्ड को अपडेट किया जा रहा है।