जल शक्ति अभियान में भागीदार बनेंगे ढाबा संचालक
लघु सचिवालय परिसर स्थित क्रांफ्रेंस हॉल में मंगलवार को उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह ने ढांबा संचालकों की बैठक बुलाई। इस दौरान उपायुक्त ने लगातार गिरते भूजल स्तर पर चर्चा की। साथ ही ढाबा संचालकों को जल शक्ति अभियान की जानकारी दी। इस पर सभी ढाबा संचालकों ने अभियान में भागीदार बनने का संकल्प लिया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत :
लघु सचिवालय परिसर स्थित क्रांफ्रेंस हॉल में मंगलवार को उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह ने ढाबा संचालकों की बैठक बुलाई। इस दौरान उपायुक्त ने लगातार गिरते भूजल स्तर पर चर्चा की। साथ ही ढाबा संचालकों को जल शक्ति अभियान की जानकारी दी। इस पर सभी ढाबा संचालकों ने अभियान में भागीदार बनने का संकल्प लिया।
डॉ. अंशज सिंह ने कहा कि बरसाती पानी हमारे लिए बहुत बड़ी सौगात है। फिर भी हम पूरे देश में मात्र एक फीसद बरसाती पानी का ही संचय कर पाते हैं। इससे भूजल स्तर लगातार नीचे जाता जा रहा है। इसी वजह से केंद्र सरकार ने जल शक्ति अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य उन जिलों में जल संरक्षण के लिए कार्य करना है, जहां पर भूजल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। इस योजना में सोनीपत के जिले के चार ब्लॉक सोनीपत, राई, मुरथल व गन्नौर को शामिल किया गया है। इस योजना को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहला चरण 1 जुलाई से 15 सितंबर तक चलेगा और दूसरा चरण 1 अक्टूबर से 13 नवंबर तक चलेगा। इसी के तहत उन्होंने बैठक में ढाबा संचालकों से आह्वान किया कि वह भी जल संचय के इस अभियान में सहयोग दें। इसके लिए वे अपने ढाबों पर भूजल रिचार्ज के लिए प्रबंध करवाएं। इस पर संचालकों ने संकल्प लिया कि वे अपने ढाबों पर आने वाले लोगों को जल व पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करने के लिए सभी बिलों पर जल संरक्षण के स्लोगन लिखवाएंगे। बैनरों के जरिए भी लोगों को संदेश दिया जाएगा। साथ ही उनके ढाबों पर जितना भी पानी प्रयोग होता है, उसे रिसाइकिल कर प्रयोग में लाया जाएगा। वहीं, सभी संचालक मिलकर सामूहिक तौर पर पौधरोपण के लिए अभियान चलाएंगे। इस मौके पर ढाबा एसोसिएशन के प्रधान मंजीत सिंह, गुलशन कुमार, अभिजीत, आशु, अशोक आदि मौजूद रहे।