डीसीआरयूएसटी के विद्यार्थी बनाएंगे महिला सुरक्षा के उपकरण
मुरथल स्थित दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने की तरफ कदम बढ़ाए हैं।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : मुरथल स्थित दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने की तरफ कदम बढ़ाए हैं। डीसीआरयूएसटी के विद्यार्थी महिला सुरक्षा, कृषि में वृद्धि, सोलर वाहन व इलेक्ट्रिक वाहनों की क्षमता बढ़ाने पर कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर एवं इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल ने डीसीआरयूएसटी आइडिया चैलेंज का आयोजन किया था। चैलेंज में 17 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें से 15 टीमों ने अपने आइडिया प्रस्तुत किए थे।
विद्यार्थियों ने महिला सुरक्षा को लेकर अपना आइडिया प्रस्तुत किया था, जिसमें बताया गया है कि किस प्रकार वे उपकरण बनाकर महिलाओं को होने वाली परेशानी से बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने कृषि की उपज बढाने, खाद व खरपतवार को लेकर अपना आइडिया दिया, अपनी प्रस्तुति के माध्यम से विद्यार्थियों ने बताया कि उपकरण के माध्यम से किसान को यह भी पता चल सकेगा कि खेत में कब और कितनी मात्रा में पानी देना है, इसके साथ साथ कितनी मात्रा में खाद डालना है और किस प्रकार से खेत में होने वाली खरपतवार से बचकर कृषि उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है।
विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य को लेकर अपना आइडिया दिया कि किस प्रकार वे एक रोबोटिक आर्म बनाकर, बिना हाथ वाले व्यक्ति के जीवन को सामान्य बनाकर मदद की जा सकती है। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति में बताया कि किस प्रकार इलेक्ट्रिक वाहन की क्षमता में वृद्धि करके पारंपरिक ईंधन पर आधारित वाहनों को कम किया जा सकता है। विद्यार्थियों ने सौर ऊर्जा से चलने वाला वाहन व डाटा एकत्रित करके मौसम की भविष्यवाणी करने वाले यंत्र की प्रस्तुति भी दी। डीसीआरयूएसटी के आइडिया चैलेंज में विद्यार्थियों ने इंक्यूबेशन सेंटर के इंचार्ज प्रो.पवन दहिया, इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल की प्रेजिडेंट प्रो. सुमन सांगवान, कोर्डिनेटर डा.अजमेर, डा. रोहताश व असिस्टेंट प्रोफेसर विकास नेहरा तथा भारत सरकार के इलेक्ट्रानिक्स व आईटी मंत्रालय के डिप्टी डायरेक्टर विकास गर्ग व हरियाणा सरकार के आइटी विभाग के चीफ टेक्नोलाजी आफिसर, नितिन बंसल के सामने प्रस्तुति दी। कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि स्वदेशी तकनीक के कारण देश को आर्थिक तौर पर समृद्ध बनाने में मदद मिलेगी। इससे देश को तकनीक के साथ आत्मनिर्भर बनाने में हम अग्रसर हो पाएंगे व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना पूर्ण करने की तरफ कदम बढ़ाएंगे।