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मुरथलवासी बोले, हमें न किया जाए निगम में शामिल

मुरथल सहित पांच गांवों की ओर से नगर निगम में दोबारा से शामिल किए जाने की मांग उठने के बाद से गांवों में राजनीति गरमा गई है। एक दिन पहले ही आयुक्त के पास पांच गांवों के लोग पहुंचे थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 05:32 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 05:14 AM (IST)
मुरथलवासी बोले, हमें न किया जाए निगम में शामिल
मुरथलवासी बोले, हमें न किया जाए निगम में शामिल

जागरण संवाददाता, सोनीपत : मुरथल सहित पांच गांवों की ओर से नगर निगम में दोबारा से शामिल किए जाने की मांग उठने के बाद से गांवों में राजनीति गरमा गई है। एक दिन पहले ही आयुक्त के पास पांच गांवों के लोग पहुंचे थे। इनमें निगम में शामिल किए जाने की मांग करने वाले भी थे और बाहर किए जाने की मांग करने वाले भी। अब मंगलवार को मुरथल गांव का एक धड़ा निगम में पहुंचा और आयुक्त से कहा कि गांव को निगम में शामिल न किया जाए। ग्रामीणों ने निगम आयुक्त को सैकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर किया गया पत्र भी सौंपा है।

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जहां पहले निगम से गांवों को बाहर निकालने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था, वहीं उसके बाद भी विवाद भी खत्म नहीं हुआ और उन गांवों के कुछ लोगों ने गांवों को निगम में शामिल करने की मांग शुरू कर दी। इसको लेकर हाईकोर्ट में एक केस डाला गया था, जिसमें निगम में दोबारा शामिल होने की मांग की गई थी। उसके बाद एक और केस डाला गया, जिसमें निगम से बाहर रखे जाने की बात कही गई है। यह मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास पहुंचा तो उन्होंने पूरे मामले की जानकारी जुटाने के बाद पांच गांवों को लेकर दोबारा से रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। इसके बाद से गांवों में दोबारा से हलचल शुरू हो गई। इसकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए निगम की ओर से पांच गांवों के ग्रामीणों को बुलावा भेजा गया था। सोमवार को ग्रामीणों ने अपनी दावे-व आपत्तियां पेश किए थे। अब मंगलवार को मुरथल के ग्रामीणों का एक धड़ा निगम में पहुंचा। ग्रामीणों ने कहा कि वो गांव में पंचायत व्यवस्था ही चाहते हैं। दोबारा से गांव को निगम में न जोड़ा जाए। अगर मुरथल को दोबारा शामिल किया गया तो वह आंदोलन तेज करने को मजबूर हो जाएंगे। इस दौरान बिजेंद्र पहलवान, कोच नरेंद्र, हवासिंह आंतिल, रणसिंह, ओमप्रकाश, दिनेश आंतिल, सुमेरचंद, सतबीर, रामसिंह, धर्मबीर, रविद्र, ताराचंद आदि मौजूद रहे।

ग्रामीणों की ओर से दोबारा से निगम में शामिल होने के लिए सरकार को पत्र लिख गया था, जिसके बाद निगम के पांच गांवों को दोबारा शामिल करने को योजना तैयार की गई और गांवों में सर्वे भी कराया गया। इसको लेकर अब 30 सितंबर को मंडल आयुक्त के साथ बैठक होनी है।

- जगदीश शर्मा, आयुक्त, नगर निगम


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