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आरटीआइ में मांगी थी गली निर्माण की जानकारी, दे दी सीवर लाइन दबाने की

सरकार ने सूचना का अधिकारी के तहत किसी भी कार्यालय से सूचना लेने का अधिकारी दे रखा है लेकिन अधिकारी इस अधिकार का मखौल बना रहे हैं। ऐसा ही मखौल का शिकार शहर की सिद्धार्थ कॉलोनी निवासी एडवोकेट मोहित खंडेलवाल भी हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 09:28 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 06:13 AM (IST)
आरटीआइ में मांगी थी गली निर्माण की जानकारी, दे दी सीवर लाइन दबाने की
आरटीआइ में मांगी थी गली निर्माण की जानकारी, दे दी सीवर लाइन दबाने की

जागरण संवाददाता, सोनीपत : सरकार ने सूचना का अधिकारी के तहत किसी भी कार्यालय से सूचना लेने का अधिकारी दे रखा है लेकिन अधिकारी इस अधिकार का मखौल बना रहे हैं। ऐसा ही मखौल का शिकार शहर की सिद्धार्थ कॉलोनी निवासी एडवोकेट मोहित खंडेलवाल भी हुए हैं। दरअसल मोहित ने अपने क्षेत्र में बन रही गली निर्माण को लेकर नगर निगम से जानकारी मांगी थी। पहले तो निगम की ओर से उनको जवाब ही नहीं दिया गया। बाद में मामले की शिकायत सीएम विडों पर दी तो जवाब मिला। जवाब देख मोहित दंग रह गए। मोहित ने मांगी तो थी गली निर्माण की जानकारी लेकिन निगम की ओर से बताया गया कि पूरे शहर में सीवर लाइन दबाई जा रही है। ऐसे में अब मोहित दोबारा उच्च स्तर पर मामले की शिकायत देने की तैयारी में है।

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सिद्धार्थ कॉलोनी निवासी मोहित ने सीएम विडो पर दी गई शिकायत में बताया था कि उनकी कॉलोनी में नगर निगम गली निर्माण करवा रहा था लेकिन गली निर्माण में खूब धांधली की गई। उनका आरोप है कि जिस क्षेत्र में रिहायश है और मकानों की अच्छी खासी संख्या है वहां गली नहीं बनाई गई जबकि प्रॉपर्टी डीलरों के साथ मिलकर खाली प्लॉटों के सामने गली बना दी गई। निर्माण करते वक्त कॉलोनी के खाली पड़े प्लाटों से ही ठेकेदारों ने मिट्टी उठा ली। जब इस संबंध में कार्य कर रहे ठेकेदार से पूछा गया तो क्षेत्रवासियों को संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया। इस संबंध में उन्होंने 2019 में निगम से सूचना के अधिकारी के तहत जानकारी मांगी थी। पहले तो नगर निगम की ओर से कई महीने तक कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने एक शिकायत सीएम विडो पर दी। इसके बाद जवाब तो आया लेकिन इसमें दिया गया जवाब उनके सवालों से संबंधित ही नहीं था। बाद में उन्होंने पता किया तो सामने आया कि किसी अजय मलिक नाम के युवक के हस्ताक्षर करवाकर उनकी फाइल को दफ्तर दाखिल करवा दिया गया है। बाद में सीएम विडों से फोन आया तो उन्होंने जवाब गोलमाल दिए जाने की शिकायत दी है। अब वह दोबारा से मामले की जांच चाहते है।


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