शहर की 8 बैंक शाखाओं पर लटक सकता है ताला
दीपक गिजवाल सोनीपत नगर निगम क्षेत्र में चल रही विभिन्न बैंकों की 8 शाखाओं पर सील होने का खतरा मंडरा रहा है। सालों से प्रॉपर्टी टैक्स न भरने वाले इन बैंक शाखाओं की निगम ने सूची तैयार की है। इन 8 बैंक की शाखाओं पर प्रॉपर्टी टैक्स का 27 लाख रुपये से ज्यादा बकाया है। वहीं यदि शहर की अन्य शाखाओं को भी मिला लिया जाए तो यह राशि करोड़ों रुपये की बनती है।
दीपक गिजवाल, सोनीपत
नगर निगम क्षेत्र में चल रही विभिन्न बैंकों की 8 शाखाओं पर सील होने का खतरा मंडरा रहा है। सालों से प्रॉपर्टी टैक्स न भरने वाले इन बैंक शाखाओं की निगम ने सूची तैयार की है। इन 8 बैंक की शाखाओं पर प्रॉपर्टी टैक्स का 27 लाख रुपये से ज्यादा बकाया है। वहीं, यदि शहर की अन्य शाखाओं को भी मिला लिया जाए तो यह राशि करोड़ों रुपये की बनती है। बार-बार आग्रह के बावजूद शाखा प्रबंधकों की ओर से टैक्स जमा कराने में उदासीनता बरतने पर अब निगम ने इन्हें नोटिस भेजे हैं। अधिकारियों का कहना है कि नोटिस के बाद भी यदि टैक्स जमा नहीं किया गया तो इन शाखाओं को सील करने की कार्रवाई की जाएगी। इन शाखाओं पर बकाया है प्रॉपर्टी टैक्स :
मुरथल रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा पर 7 लाख 42 हजार 345 रुपये, गुड़मंडी स्थित एसबीआइ शाखा पर 5 लाख 95 हजार 610 रुपये, मुरथल रोड की आरके कालोनी में स्थित बैंक ऑफ पटियाला शाखा पर 4 लाख 30 हजार 464 रुपये, ओल्ड डीसी रोड स्थित आंध्रा बैंक शाखा पर 2 लाख 66 हजार 815 रुपये, रोहतक रोड स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा पर 2 लाख 25 हजार 537 रुपये, बहालगढ़ स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा पर 1 लाख 81 हजार 912 रुपये, जीटी रोड स्थित ओबीसी बैंक की शाखा पर 1 लाख 41 हजार 504 रुपये व गोहाना रोड स्थित इंडियन ओवरसिस बैंक शाखा पर 1 लाख 31 हजार 140 रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। भवन मालिक व बैंक एक दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि कई बार बैंक अधिकारियों से बात हो चुकी है, लेकिन बैंक अधिकारी भवन मालिक व भवन मालिक बैंक पर टैक्स भरने की जिम्मेदारी डाल रहे हैं। इसके चलते सालों से टैक्स नहीं भरा गया है। टैक्स वसूली के लिए नगर निगम ने अब डिफाल्टर को चिह्नित कर नोटिस भेजना शुरू किया है। प्रशासनिक बैठक में उठ चुका है मुद्दा
नगर निगम की ओर से वैसे तो कई बार बैंक अधिकारियों को टैक्स के संबंध में सूचित किया जा चुका है। बावजूद कोई सकारात्मक जवाब बैंक अधिकारियों की तरफ से नहीं मिला है। हाल में हुई प्रशासनिक बैठक में भी नगर निगम अधिकारियों ने टैक्स न भरने जाने की बात उठाई थी, जिस पर लीड बैंक मैनेजर ने संबंधित शाखा प्रबंधकों को टैक्स भरने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी बैंक प्रबंधकों की तरफ से कोई हलचल नहीं हुई। ऐसे में अब नगर निगम ने कड़ाई से निपटने का मन बनाया।
टैक्स वसूली को लेकर नगर निगम गंभीर है। प्रॉपर्टी टैक्स की समीक्षा में सामने आया है कि कई बैंक शाखाओं ने लंबे समय से टैक्स नहीं भरा है, जो अब लाखों रुपये में पहुंच गया है। नोटिस भेज टैक्स भरने को कहा जा रहा है। यदि जल्द टैक्स नहीं भरा गया तो बैंक शाखाओं को सील भी किया जाएगा।
शंभू राठी, सह आयुक्त, नगर निगम