पिता की हत्या के पांच माह बाद मुख्य गवाह बेटे की भी हत्या
दो गुटों की गैंगवार में बरोणा निवासियों की हो रही हत्या रुकने का नाम नहीं ले रही है। पांच माह पहले गोलियों से मौत के घाट उतारे गए अतर ¨सह के बड़े बेटे व हत्या के गवाह जो¨गद्र की भी दिल्ली के सागरपुर इलाके में रविवार की सुबह गोलियां मारकर हत्या कर दी गई।
संवाद सहयोगी, खरखौदा (सोनीपत): दो गुटों की गैंगवार में बरोणा निवासियों की हो रही हत्या रुकने का नाम नहीं ले रही है। पांच माह पहले गोलियों से मौत के घाट उतारे गए अतर ¨सह के बड़े बेटे व हत्या के गवाह जो¨गद्र की भी दिल्ली के सागरपुर इलाके में रविवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात की कड़ी नीरज बवाना व राजेश बवाना के बीच चल रहे गैंगवार से जुड़ी हुई है। जो¨गद्र का भाई रवि उर्फ लांबा राजेश बवाना गैंग से जुड़ा हुआ है।
बताया जाता है कि गैंगवार के चलते ही 8 जुलाई को गांव बरोणा निवासी अतर ¨सह की मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले में मृतक अतर ¨सह का बड़ा लड़का जो¨गद्र मुख्य गवाह था। उसका छोटा लड़का रवि उर्फ लांबा हाल ही के समय में हत्या सहित अन्य मामलों में फरीदाबाद जेल में बंद है। शाम करीब 4 बजे गांव में पहुंचे जो¨गद्र के शव का शाम को ही पुलिस के पहरे में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप
जो¨गद्र की हत्या के बाद उसकी मौसी सुरेश ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि पांच माह बीत जाने के बाद भी जो¨गद्र के पिता अतर ¨सह के मुख्य हत्यारोपित को पुलिस पकड़ नहीं पाई। इसी के चलते अतर ¨सह की हत्या के गवाह जो¨गद्र की भी हत्या कर दी। जो¨गद्र की शराफत की गवाही दे रहा गांव
दिल्ली में हुई इस वारदात को लेकर गांव बरोणा का कोई भी व्यक्ति कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन मृतक जो¨गद्र की शराफत का पूरा गांव गवाही दे रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि टैक्सी चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा था, लेकिन गैंगवार के कारण पिता के बाद आज उसकी भी हत्या हो गई। आठ माह पहले हुई थी शादी
जो¨गद्र की आठ माह पहले पूनम से शादी हुई थी। शादी के कुछ माह बाद ही जो¨गद्र के पिता अतर ¨सह की हत्या कर दी गई थी, वहीं अब जो¨गद्र की भी दिल्ली में हत्या कर दी गई। फिलहाल पूनम पांच माह की गर्भवती है। गनमैन को साथ नहीं ले गया था जो¨गद्र
पिता अतर ¨सह की हत्या का गवाह होने के चलते पुलिस ने जो¨गद्र को गनमैन उपलब्ध कराया था, लेकिन जो¨गद्र दिल्ली में टैक्सी चलाकर अपने परिवार का पेट पाल रहा था। ऐसे में टैक्सी में बैठने वाले यात्री जो¨गद्र के साथ मौजूद गनमैन को देखकर सहज नहीं रहते थे, इसके चलते जो¨गद्र की कई बार बु¨कग भी कैंसिल हो गई थी। वहीं चार लोग होने पर गनमैन को गाड़ी में बैठाने की जगह नहीं बचती थी। इससे वह कई बार गन मैन को साथ लेकर नहीं जाता था। वारदात के समय भी जो¨गद्र के साथ गनमैन मौजूद नहीं था। गांव के दो लड़कों ने थामा अलग-अलग गैंग का साथ
गांव बरोणा के रवि उर्फ लांबा राजेश बवाना गैंग से जबकि गांव का मुनिया नीरज बवाना गैंग से जुड़ा हुआ है। इसी को लेकर रवि और मुनिया के बीच भी रंजिश चल रही है। कई साल पहले मुनिया के भाई की भी हत्या हुई थी, जिसका आरोप रवि उर्फ लांबा व उसके साथियों पर लगा था। बताया जाता है कि इसी रंजिश में पहले रवि के पिता और अब भाई की हत्या हुई है। दोनों पर हैं हत्या के आरोप
रवि उर्फ लांबा पर जहां हत्या व हत्या के प्रयास सहित चौथ मांगने के आरोप लग चुके हैं, वहीं मुनिया पर भी अवैध हथियार रखने व दिल्ली में हत्या करने के मामले दर्ज हैं। उसके ऊपर इनाम भी घोषित किया जा चुका है।