Sonipat News: छत्तीसगढ़ की धांधली पर आपत्ति उठाने पर कोषाध्यक्ष ने दी गालियां, हरियाणा को बैन करने की धमकी
Sonipat News इस पर कोषाध्यक्ष भड़क उठे और कहा जो होना था हो गया अब कुछ नहीं होगा। खिलाड़ी ने दोबारा न्याय की गुहार लगाई तो कोषाध्यक्ष ने गालियां देते हुए कहा कि तुम जानते हो ना कि छत्तीसगढ़ में कौन बैठा है पूरे हरियाणा को बंद कर दूंगा।
सोनीपत [नंदकिशोर भारद्वाज] । खेलों में आज हरियाणा का कोई सानी नहीं है लेकिन पिछले महीने हुए राष्ट्रीय खेलों में हुए भेदभाव की टीस हरियाणा के खिलाड़ियों को साल रही है। आरोप है कि छत्तीसगढ़ टीम ने बाहरी खिलाड़ियों के बूते कांस्य पदक जीता था। दूसरे नंबर पर रही प्रदेश टीम को यह मेडल मिलना था लेकिन आपत्ति दर्ज कराने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हरियाणा को बैन करने की धमकी
वहीं हरियाणा के खिलाड़ी ने फोन पर एफएआइ के कोषाध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाई तो वे गालियां देने लगे और डपटकर खिलाड़ी को चुप रहने के साथ ही पूरे हरियाणा को बैन करने की धमकी तक दे डाली। फोन पर हुई बातचीत की आडियो क्लिप अब इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही है। साथी ही छत्तीसगढ़ का मेडल कैंसिल कर हरियाणा की देने की मांग भी उठ रही है।
दमन-दीव की टीम में बाहरी खिलाड़ी खेलने का आरोप
राष्ट्रीय खेलों के दौरान पांच अक्टूबर को गुजरात के गांधी नगर में तलवारबाजी के सैबर वर्ग में छत्तीसगढ़ और हरियाणा में कांस्य पदक के लिए फाइनल मैच हुआ। इसमें छत्तीसगढ़ ने कांस्य पदक जीता। हरियाणा के खिलाड़ियों ने आपत्ति उठाई की छत्तीसगढ़ की टीम के चार में से दो खिलाड़ी मणिपुर के खेल रहे थे, यह नियमों के खिलाफ था क्योंकि ईपी वर्ग के एक मैच में छत्तीसगढ़ और दमन-दीव आमने-सामने थे। छत्तीसगढ़ ने दमन-दीव की टीम में बाहरी खिलाड़ी खेलने का आरोप लगाया तो दमन-दीव की टीम को अयोग्य घोषित करते हुए मेडल छत्तीसगढ़ को दे दिया गया था।
कोषाध्यक्ष पर गालियां देने का आराेप
हरियाणा ने भी आपत्ति जताई, लेकिन आज तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। कोई लिखित जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद अब हरियाणा के एक तलवारबाज ने एफएआइ (भारतीय तलवारबाजी संघ) के कोषाध्यक्ष बशीर अहमद खान को फोन कर आपत्ति पर फैसले के संबंध में पूछा। इस पर कोषाध्यक्ष भड़क उठे और कहा जो होना था हो गया, अब कुछ नहीं होगा। खिलाड़ी ने दोबारा न्याय की गुहार लगाई तो कोषाध्यक्ष ने गालियां देते हुए कहा कि तुम जानते हो ना कि छत्तीसगढ़ में कौन बैठा है, पूरे हरियाणा को बंद कर दूंगा।
कोषाध्यक्ष ने डपटकर खिलाड़ी को चुप करा दिया। दोनों की बातचीत की आडियो क्लिप इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही है। खिलाड़ी छत्तीसगढ़ का मेडल कैंसिल कर हरियाणा को देने मांग और कोषाध्यक्ष द्वारा की गई अभद्रता की निंदा कर रहे हैं। एक खिलाड़ी ने बताया कि एफएआइ के कोषाध्यक्ष बशीर अहमद खान पूर्व में छत्तीसगढ़ तलवारबाजी संघ के सचिव भी रह चुके हैं।
- छत्तीसगढ़ और हरियाणा के मैच में मेरी कोई भूमिका नहीं है। मैच में सर्विसेज के 25 प्रतिशत खिलाड़ी खिलाने का प्रविधान है। हरियाणा की आपत्ति का क्या हुआ मुझे नहीं पता। हरियाणा के खिलाड़ी बार-बार फोन कर रहे थे, इसलिए मेरे मुंह से गाली निकल गई। बशीर अहमद खान, कोषाध्यक्ष, भारतीय तलवारबाजी संघ
- बाहरी खिलाड़ियों के बूते मेडल जीतने का मामला सामने आने पर हमने एक कमेटी बना दी थी, वहीं कमेटी पूरे मामले की जांच कर रही है। कमेटी को 15 दिसंबर को अपनी रिपोर्ट देनी है।उस रिपोर्ट को हम भारतीय तलवारबाजी संघ को भेजेंगे।हमें न्याय मिलना चाहिए। वहीं कोई भी पदाधिकारी ऐसे किसी राज्य को बैन नहीं कर सकता। डा. मनु कपिला, अध्यक्ष, हरियाणा तलवारबाजी संघ