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सोनीपतः कोरोना काल में शिक्षकों पर दोहरा कार्य, पहले स्कूल में पढ़ाएंगे; फिर ऑनलाइन

अनलॉक 4 में थोड़ी राहत दी गई और उच्चतर शिक्षण संस्थानों में परीक्षाओं के साथ दाखिलों की प्रक्रिया भी शुरू हुई।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 08:01 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 08:01 PM (IST)
सोनीपतः कोरोना काल में शिक्षकों पर दोहरा कार्य, पहले स्कूल में पढ़ाएंगे; फिर ऑनलाइन
सोनीपतः कोरोना काल में शिक्षकों पर दोहरा कार्य, पहले स्कूल में पढ़ाएंगे; फिर ऑनलाइन

गोहाना (सोनीपत) [परमजीत सिंह]। कोरोना काल में छह माह बाद 21 सितंबर से सरकारी व निजी विद्यालय खुलने जा रहे हैं। विद्यालयों में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को खुलेगे। इस व्यवस्था में कुछ अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने की सहमति दे चुके हैं जबकि कुछ कोरोना के संक्रमण के डर के चलते बच्चों का नहीं भेजेंगे। ऐसी व्यवस्था में कोरोना काल में शिक्षकों पर कार्य का दबाव बढ़ जाएगा। शिक्षक पहले विद्यालय में विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे और कक्षा में न आने वाले विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई करवानी होगी।

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कोरोना महामारी के चलते 22 मार्च को लॉकडाउन लगते ही देशभर के शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था। अनलॉक1, 2 व 3 में भी शिक्षण संस्थान बंद रहे।

अनलॉक 4 में थोड़ी राहत दी गई और उच्चतर शिक्षण संस्थानों में परीक्षाओं के साथ दाखिलों की प्रक्रिया भी शुरू हुई। प्रदेश सरकार अब 21 सितंबर से राजकीय व निजी विद्यालयों को खोलने ने जा रही है। विद्यालय नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए खोले जाएंगे। विद्यार्थियों को विद्यालय आने के लिए अभिभावकों से लिखित अनुमति लेनी होगी।

विद्यालयों में विद्यार्थियों के आक्सीजन और तापमान की जांच की व्यवस्था भी की जाएगी। कुछ अभिभावकों ने अपने बच्चों को विद्यालय भेजने की सहमति दे दी है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते काफी अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं विद्यालय जाने पर उनके बच्चे संक्रमित न हो जाएं। ऐसे में काफी अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने से कतरा रहे हैं। इस व्यवस्था में शिक्षकों पर काम का दबाव बढ़ जाएगा। शिक्षकों को पहले विद्यालय आने वाले विद्यार्थियों को पढऩा होगा और जो विद्यार्थी कक्षा में नहीं आएंगे उन्हें ऑनलाइन सेवाएं देनी होंगी। शिक्षक कितनी बेहतर सेवाएं दे पाएंगे, यह तो समय ही बताएगा।

निजी विद्यालय रख रहे हैं ये शर्त

जो विद्यार्थी विद्यालय आएंगे उन्हें अभिभावकों से सहमति पत्र लिखवा कर लाना होगा। विद्यार्थियों को कोरोना टेस्ट करवाना होगा और टेस्ट की रिपोर्ट लानी होगी। विद्यार्थियों की स्कूल पहुंचने पर ऑक्सीजन व तापमान की जांच की जाएगी और उनके हाथ सैनिटाइज करवाए जाएंगे। विद्यार्थियों को विद्यालय में शारीरिक दूरी बना कर रखनी होगी।

महिला विश्वविद्यालय की आधे से अधिक छात्राएं दे रही हैं आनॅलाइन परीक्षाएं

बीपीएस महिला विश्वविद्यालय इन दिनों स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम सेमेस्टर की छात्राओं के लिए परीक्षाएं आयोजित करवा रहा है। परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन का विकल्प दिया गया। विश्वविद्यालय की आधे से अधिक छात्राओं ने ऑनलाइन विकल्प चुना। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए विश्वविद्यालय की करीब 68 फीसद छात्राएं अपने घरों से ही परीक्षाएं दे रही हैं। ऑनलाइन और ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने में विश्वविद्यालय प्रशासन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

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