सोनीपत, जगारण संवाददाता। सोनीपत जिले में यातायात नियमों को बार-बार ताेड़ने वालों की पहचान करना अब आसान हो जाएगा। ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) में हर बार कटने वाले चालान का रिकार्ड डाउनलोड किया जाएगा। पुलिस और परिवहन विभाग सहित जांच एजेंसियों की टीम डीएल को स्वैप मशीन में डालकर स्कैन करके चालक के अभियोग की जानकारी पलभर में जान सकेंगी। जनवरी से प्रदेशभर में इसकी शुरुआत की जाएगी।
वर्तमान स्थिति में हो रही है परेशानी
फिलहाल पुलिस और परिवहन विभाग के कंप्यूटर में वाहनों पर की जाने वाली कार्रवाई का पूरा रिकार्ड रहता है। वाहन का नंबर डालते ही कंप्यूटर से पता चल जाता है कि उसका कितनी बार किस अभियोग में चालान हुआ है? उक्त चालान का भुगतान किया जा चुका है या नहीं? जबकि यह पता नहीं लग पाता है कि जिस समय वाहन ने यातायात के नियमों को तोड़ा, उस समय चालक कौन था? वाहन पर उसके उपलब्ध रिकार्ड के आधार पर विभाग कार्रवाई करता है।
अब डीएल का भी रहेगा रिकार्ड
परिवहन विभाग ने डीएल में पहले ही माइक्रो चिप लगा दीं थीं। माइक्रो चिप में चालक का पूरा रिकार्ड रहता है। अब डीएल की इस चिप में यातायात नियमों की अवहेलना पर चालक पर की जाने वाली कार्रवाई भी दर्ज होगी। वाहन का चालान करते समय संबंधित अधिकारी चालक का लाइसेंस स्वैप मशीन में डालकर रिकार्ड दर्ज करेंगे। इससे डीएल के चिप और परिवहन विभाग में सर्वर में चालान का रिकार्ड भी दर्ज हो जाएगा। इससे कभी भी डीएल को स्वैप मशीन में डालकर उसके चालक पर हुई कार्रवाई की जानकारी ली जा सकेगी।
डीएल में रहेगा यातायात नियमों को तोड़ने का पूरा रिकॉर्ड
राजेश मलिक (मोटर-वाहन अधिकारी, परिवहन विभाग) का कहना है कि अभी तक वाहन पर की गई कार्रवाई का पता उसके नंबर से चल जाता है। अब चालक पर की गई कार्रवाई की जानकारी भी उसके डीएल से मिल सकेगी। डीएल में उसके यातायात नियमों को तोड़ने का पूरा रिकार्ड रहेगा। हमारा कंप्यूटर सिस्टम अपडेट किया जा रहा है। उसके बाद जनवरी से डीएल में अपराध का रिकार्ड सेव करने की तैयारी है। कामर्शियल वाहनों से इसकी शुरुआत की जाएगी।