Anti Kisan Andolan: कुंडली बॉर्डर पर रास्ता खुलवाने के लिए ग्रामीण होने लगे एकजुट, 21 जुलाई होगा अहम दिन
कुंडली बॉर्डर पर पिछले साढ़े सात महीने बंद जीटी रोड को खुलवाने के लिए ग्रामीण लामबंद होने लगे हैं। राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के बैनर तले ग्रामीण रास्ता खोलने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं और 21 जुलाई को जीटी रोड पर पैदल मार्च करेंगे।
सोनीपत, जागरण संवाददाता। कृषि कानून विरोधी आंदोलन के कारण कुंडली बॉर्डर पर पिछले साढ़े सात महीने बंद जीटी रोड को खुलवाने के लिए ग्रामीण लामबंद होने लगे हैं। राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के बैनर तले ग्रामीण रास्ता खोलने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं और 21 जुलाई को जीटी रोड पर पैदल मार्च करेंगे। इसको लेकर मंच के सदस्यों ने अटेरना व नाथुपुर गांव में बैठक की। बैठक में ग्रामीणों ने पैदल मार्च को समर्थन देते हुए पैदल मार्च में शामिल होने का आश्वासन दिया है। कुंडली बॉर्डर के पास बंद जीटी रोड को एक तरफ से खोलने की मांग को लेकर राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच एवं प्रभावित क्षेत्रवासियों द्वारा 21 जुलाई को राजीव गांधी एजुकेशन सिटी से सिंघु बॉर्डर की तरफ पैदल मार्च निकाला जाएगा। मंच की ओर से इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
इसके लिए मंच के सदस्य ज्यादा से ज्यादा संख्या में ग्रामीणों को इसमे शामिल करने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की है और गांव-गांव जाकर सभाएं व बैठकें की रही है। मंच के सदस्यों ने गांव अटेरना में बैठकर कर ग्रामीणों को पैदल मार्च में शामिल होने का न्योता दिया। इस पर ग्रामीणों ने उन्हें पूरा साथ देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि पिछले करीब साढ़े महीने से बार्डर बंद होने से उनका जीवन ठहर गया है। उन लोगों को मिलने वाली सामान्य सेवाएं भी पूरी तरह बाधित हैं। उन्होंने रास्ता खोलने के लिए सरकार एवं संयुक्त किसान मोर्चा से भी गुहार लगाई थी। उन्हें उम्मीद थीं कि स्थानीय लोगों की समस्याओं को देखते हुए एक तरफ का रास्ता जल्द से जल्द खोल दिया जाएगा, परंतु ऐसा नहीं हुआ और फिलहाल इसका कोई समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी अपने घरों से बाहर निकलें और अपनी समस्याओं से प्रशासन एवं संयुक्त मोर्चा को अवगत कराने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इस पैदल मार्च में शामिल हों। यह पैदल मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण एवं वैधानिक रूप से निकाला जाएगा। ग्रामीणों द्वारा मंच की टीम को आश्वासन दिया गया कि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में पैदल मार्च का हिस्सा बनेंगे, ताकि सोनीपत के विकास को फिर से शुरू किया जा सके। इसी तरह गांव नाथुपुर की बैठक में भी ग्रामीणों ने एक तरफ का रास्ता खुलवाने के लिए मार्च को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक में विक्की, संजीत, अमित, रामफल सरोहा, नरेंद्र, चरण सिंह चौहान, ताहर सिंह चौहान, मनीष चौहान, मोनू प्रधान सेरसा आदि मौजूद थे।