नवजात बच्ची को मरने के लिए डस्टबिन में डाला, पढ़िए सोनीपत में अमानवीयता की दर्दनाक स्टोरी
जन्म के बाद नवजात बच्ची को मरने के लिए लेबर रूम में ही रखे डस्टबिन में डाल दिया। डस्टबिन में करीब 12 घंटे बच्ची तड़पती रही।
सोनीपत (संजय निधि)। चिकित्सा धर्म और मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना मंगलवार को सोनीपत में सामने आई। जन्म के बाद नवजात बच्ची को मरने के लिए लेबर रूम में ही रखे डस्टबिन में डाल दिया। डस्टबिन में करीब 12 घंटे बच्ची तड़पती रही। एक युवक ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने मंगलवार सुबह बच्ची को जिला अस्पताल की नर्सरी में भर्ती कराया, जहां शाम छह बजे उसकी मौत हो गई। घटना के वीडियो वायरल होने पर पुलिस अधीक्षक और सीएमओ ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
महिला ने दो बच्चों को दिया जन्म
आदर्श नगर स्थित एक नर्सिंग होम में सोमवार शाम सात बजे एक महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया। पहले बच्चे (लड़के) को बचाने के उपचार किया गया, लेकिन कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद जन्मी बच्ची को लेबर रूम में रखे डस्टबिन में डाल दिया।
रात 10 बजे बच्ची के तड़पने की सूचना पुलिस को मिली
रात 10 बजे बच्ची के तड़पने की सूचना शहर निवासी युवक रवि दहिया ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस के समक्ष अस्पताल की चिकित्सक ने बताया कि छह माह की गर्भवती से यह बच्ची पैदा हुई थी और उसका वजन मात्र 400 ग्राम था। उसको बचाया नहीं जा सकता था। फिर भी अस्पताल की डॉक्टर ने बच्ची को आॅक्सीजन आदि लगाकर रखा था। नवजात डस्टबिन में कैसे पहुंची इसकी जांच की जाएगी। इस घटना के वीडियो वायरल होने पर मंगलवार सुबह पुलिस ने बच्ची को नागरिक अस्पताल की नर्सरी में भर्ती कराया, जहां शाम छह बजे बच्ची की मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक और सीएमओ ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
एसपी ने कहा गंभीर अमानवीय घटना
यह गंभीर और अमानवीय घटना है। मैं इसकी जांच करा रहा हूं। चिकित्सक या अभिभावक, जिसके स्तर पर भी गड़बड़ी मिलेगी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की, यह भी दिखवाया जा रहा है। कोई इतनी अमानवीयता कैसे दिखा सकता है।
जशनदीप सिंह रंधावा, पुलिस अधीक्षक
मामले की होगी जांच
नवजात बच्ची को गंभीर स्थिति में अस्पताल की नर्सरी में भर्ती कराया गया था। मंगलवार शाम को उसकी मौत हो गई। मामले की जांच कराई जाएगी।
डॉ. संदीप लठवाल, डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, नागरिक अस्पताल