Move to Jagran APP

Tokyo Olympics 2021: मोनिका मलिक ने पहली बार पकड़ी हाकी तो मुड़कर नहीं देखा

Tokyo Olympics 2021 मोनिका मलिक ने बचपन में हरियाणा के सोनीपत जिले में अपने गांव गामड़ी की गलियों में खेलते हुए पहली बार हॉकी पकड़ी थी। तब उनकी दादी चंद्रपति ने पहली ही नजर में पोती की प्रतिभा को परख लिया था।

By Jp YadavEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 10:48 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 10:48 AM (IST)
Tokyo Olympics 2021: मोनिका मलिक ने पहली बार पकड़ी हाकी तो मुड़कर नहीं देखा
Tokyo Olympics 2021: मोनिका मलिक ने पहली बार पकड़ी हाकी तो मुड़कर नहीं देखा

सोनीपत [परमजीत सिंह]। टोक्यो ओलंपिक के लिए चयनित भारतीय महिला हॉकी टीम की प्रमुख खिलाड़ी मोनिका मलिक ने करीब 20 साल पहले जब पहली बार हाकी पकड़ी तो जीवन में फिर पलटकर नहीं देखा। उन्होंने जिला व राज्य स्तर की जूनियर टीमों में खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। जर्मनी में वर्ष 2013 में हुए जूनियर महिला हाकी विश्व कप में वह भारतीय टीम की सदस्य थीं। तब टीम ने कांस्य पदक जीता था। मोनिका ने उसी समय ओलंपिक में पदक जीतने का सपना संजो लिया था।

loksabha election banner

मोनिका मलिक ने बचपन में हरियाणा के सोनीपत जिले में अपने गांव गामड़ी की गलियों में खेलते हुए पहली बार हॉकी पकड़ी थी। तब उनकी दादी चंद्रपति ने पहली ही नजर में पोती की प्रतिभा को परख लिया था। चंद्रपति ने बेटे तकदीर सिंह मलिक को मोनिका को अच्छी जगह प्रशिक्षण दिलाने के लिए प्रेरित किया। तकदीर सिंह मलिक चंडीगढ़ पुलिस में हैं। मां के कहने पर वह पत्नी कमला, बेटी मोनिका और बेटों को चंडीगढ़ ले गए।

मोनिका को वहां सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाया। स्कूल से लौटने के बाद वह बेटी को हाकी के अभ्यास के लिए अकादमी ले जाने लगे। मां व भाइयों ने भी प्रशिक्षण पाने में मोनिका का पूरा साथ दिया। देखते-ही-देखते मोनिका की प्रतिभा निखरती चली गई। पहले जिला और उसके बाद राज्य की जूनियर टीमों में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया जिसके दम पर उनका चयन भारतीय जूनियर हाकी टीम में हो गया।

वर्ष 2013 में जर्मनी में जूनियर महिला हाकी विश्व कप में भारतीय टीम ने कांस्य पदक जीता था, जिसमें मोनिका भी टीम की सदस्य थीं। जर्मनी से लौटने के बाद 10 अगस्त, 2013 को मोनिका अपने गांव गामड़ी पहुंचीं तो क्षेत्र के लोगों ने उसे सम्मानित किया। उस समय मोनिका ने कहा था कि भविष्य में वह कड़ी मेहनत के दम पर भारतीय महिला हाकी टीम में जगह बनाएंगी और ओलंपिक में पदक जीतने का प्रयास करेंगी।

सेंटर आफ की खिलाड़ी मोनिका इन दिनों बेंगलुरु में भारतीय टीम के साथ अभ्यास कर रही हैं। पिता तकदीर सिंह मलिक कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। उन्हें अपनी बेटी मोनिका पर नाज है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार भारतीय महिला हाकी टीम टोक्यो में ओलंपिक जरूर जीतेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.