Farmers Protest: राकेश टिकैत की सरकार को चेतावनी, कहा- इस समय करेंगे इलाज, रद होगा कानून
Farmers Protest राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त मोर्चा बातचीत के लिए हमेशा तैयार है लेकिन यह भी तय है कि आंदोलनकारी तीनों कृषि कानूनों के रद होने तक घर वापसी नहीं करेंगे। उन्होंने साफ किया कि केंद्र सरकार की शर्तों पर बातचीत नहीं की जाएगी।
सोनीपत [संजय निधि]। Farmers Protest: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) शनिवार दोपहर को अपने काफिले के साथ कुंडली बार्डर पर चल रहे कृषि कानून विरोधी आंदोलन स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा बातचीत के लिए हमेशा तैयार है, लेकिन यह भी तय है कि आंदोलनकारी तीनों कृषि कानूनों के रद होने तक घर वापसी नहीं करेंगे। उन्होंने साफ किया कि केंद्र सरकार की शर्तों पर बातचीत नहीं की जाएगी।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत काफिले के साथ कुंडली बार्डर पहुंचे
मंच से आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए टिकैत ने साफ किया कि सरकार कितना भी षड्यंत्र रच ले, हमलोग पीछे हटने वाले नहीं है। 22 जुलाई से संसद के मानसून सत्र के दौरान रोजाना कम-से-कम 200 आंदोलनकारी धरनास्थलों से संसद भवन पहुंचेंगे और वहां पर प्रदर्शन करेंगे। धरनास्थलों से सभी लोग बसों या कारों के जरिए संसद तक जाएंगे। उन्होंने धरनास्थलों पर आंदोलनकारियों की संख्या पर कहा कि फिलहाल गर्मी ज्यादा है।
ठंड में ही सरकार का इलाज होगा
ठंड शुरू होते ही धरनास्थलों पर फिर से बेताहाशा भीड़ हो जाएगी और ठंड में ही सरकार का इलाज किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में हाल में हुए पंचायत चुनावों का जिक्र करते हुए टिकैत ने कहा कि यहां सरकार की गुंडागर्दी देखने को मिली। प्रत्याशियों को पर्चा ही नहीं भरने दिया गया और उन्हें मार कर भगा दिया। विधानसभा चुनाव में इसका बदला लिया जाएगा। अभी से इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है।
गांव-गांव में भाजपा के खिलाफ करेंगे प्रचार
विधानसभा चुनावों में भाजपा की सरकारों को इन राज्यों से उखाड़ फेंकेंगे। संयुक्त मोर्चा के नेता गांव-गांव जाएंगे और भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग परंपरा को मानने वाले हैं। ये लोग हमें धर्म और जाति के नाम पर बांटने की कोशिश करेंगे, हमें इनके बहकावे में नहीं आना है। अगर सरकार ने हमारे साथ छेड़खानी की तो हम पीछे नहीं हटेंगे। आप अपने ट्रैक्टर को मजबूत रखना। अपने ट्रैक्टर पर बंपर लगवा कर रखना क्योंकि ट्रैक्टरों की टक्कर इनकी बसों के साथ भी हो सकती है। जब जरूरत होगी किसान मोर्चा ऐलान करेगा तो किसान ट्रैक्टर लेकर फिर दिल्ली में आएंगे।
रास्ता खुलवाने को रविवार को फिर होगी बैठक
कुंडली बार्डर पर चल रहे आंदोलन के कारण सात माह से बंद पड़े जीटी रोड का एक लेन खुलवाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे आसपास के करी दो दर्जन गांव के लोगों की बैठक रविवार को गांव मनौली में होगी। राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के बैनर तले सरकार, प्रशासन और आंदोलनकारियाें से रास्ते की मांग कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि बैठक में कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा। यदि प्रशासन व सरकार ने एक तरफ का रास्ता खुलवाने की पहल नहीं की तो इस बैठक में किसी बड़े आंदोलन का भी निर्णय लिया जा सकता है।