Sonipat: प्रेमी के साथ मिलकर पति की मौत की रची साजिश, पुलिस में लिखाई गुम होने की रिपोर्ट; दोषियों को उम्रकैद
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश अजय परासर की अदालत ने पति की हत्या की साजिशकर्ता पत्नी और उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। पत्नी ने ही पति के गुम होने का ड्रामा रच कर थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।
सोनीपत, जागरण संवाददाता। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश अजय परासर की अदालत ने पति की हत्या की साजिशकर्ता पत्नी और उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। पत्नी ने ही पति के गुम होने का ड्रामा रच कर थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो उसकी पोल खुल गई थी। हत्या के तीन महीने बाद ही पुलिस ने मामले का सुलझा कर आरोपित पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया था। अब मामले में अदालत ने दोषी पत्नी और उसके प्रेमी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सजा के साथ ही प्रेमी पर जुर्माना भी लगाया है।
देवडू रोड स्थित जीवन विहार की गली-2 की रहने वाली आरती ने 26 सितंबर, 2022 को सदर थाना में शिकायत दी थी कि उनके पति शिव कुमार 9 सितंबर को घर से गए थे। उसके बाद वह वापस नहीं लौटे है। साथ ही आरती ने शक जताया था कि उनको किसी ने छुपाकर रखा है या बंधक बना कर रखा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी, जब पुलिस ने साइबर सेल की मदद ली और अन्य पहलुओं पर भी काम किया तो शक आरती पर ही गहराने लगा। पुलिस ने आरती से पूछताछ की तो वह टूट गई। उसने हत्या की साजिश से पर्दा उठाया था। आरती ने मलिकपुर के रहने वाले शिव कुमार के साथ दूसरी शादी की थी।
दूसरी शादी के बाद आरती को एक बेटा और हुआ। कुछ दिन बाद ही शिव कुमार और आरती के बीच मनमुटाव होने लगा। इसके बाद आरती और शिव कुमार का वर्ष 2015 में तलाक हो गया था, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से दोनों के बीच बातचीत होने लगी। इसके बाद दोनों ने 2017 में फिर से एक साथ रहने का फैसला लिया। दोनों शहर के जीवन विहार देवडू रोड पर रहने लगे। आरती ने अपनी ब्यूटी पार्लर की दुकान कर ली। जबकि शिव कुमार अपना काम करने लगा। आरती ने जहां अपना पार्लर कर रखा था, उसके पास ही मयूर विहार के युवक दीपक ने इलेक्ट्रानिक्स की दुकान कर रखी थी। धीरे-धीरे करके आरती और दीपक के बीच में बातचीत होने लगी। आरती और दीपक के बीच होने वाली बातचीत का शिव कुमार को पता चला गया था।
शिव कुमार ने इसका विरोध किया। जिसके चलते आरती ने दीपक के साथ मिलकर दूसरे पति शिवकुमार की हत्या की साजिश रची। दीपक आरती के पति शिवकुमार को बहलाकर अपने साथ आठ सितंबर 2018 को रोहट पश्चिमी यमुना नहर पर ले गया था। यहां प्लानिंग के तहत शिव कुमार को शराब पिलाई। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए उसने अपने दोस्त अशोक निवासी बड़वासनी काे साथ लिया।
शिवकुमार को जब नशा हो गया तो उसने अशोक की मदद से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। पहचान मिटाने के लिए चेहरे को भी खुर्द-बुर्द करने का प्रयास किया था। इसके बाद शव को नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने दीपक और उसके साथी अशोक को भी गिरफ्तार कर लिया था। अब मामले में दीपक और आरती को सजा सुनाई गई है। अदालत ने सजा के साथ ही दीपक पर 15 हजार और आरती पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।