ंविधि विश्वविद्यालय और एमएआइएमएस के बीच हुआ एमओयू
कुलपति प्रो. मेहरा ने कहा कि एमओयू का उद्देश्य सहयोग द्वारा व्यापक रूप से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना है।
वि, सोनीपत : डा. बीआर आंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट स्टडीज (एमएआइएमएस), दिल्ली के विधि विभाग के बीच एमओयू साइन किया गया। राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. विनय कपूर मेहरा एवं एमएआइएमएस के निदेशक डा. एसके गर्ग ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
कुलपति प्रो. मेहरा ने कहा कि एमओयू का उद्देश्य सहयोग द्वारा व्यापक रूप से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना है। दोनों संस्थानों के सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नई साझेदारी को विकसित करने और पोषित करने की आवश्यकता है। एमओयू का उद्देश्य, फैकल्टी के सहयोग का आदान-प्रदान करना है। समझौता ज्ञापन में लागत और वित्तीय सहयोग के अलावा अंतररष्ट्रीय और राष्ट्रीय कानूनी शैक्षिक मानक का कार्यान्वयन भी शामिल है। यह एमओयू फैकल्टी के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक और अनुसंधान के क्षेत्र में आपसी सहयोग के आदान-प्रदान और बढ़ावा देने में मददगार होगा।
उन्होंने कहा कि प्रोफेसरों द्वारा विधि क्षेत्र में नई संरचनाएं विकसित करने के तौर तरीकों से छात्रों को प्रेरित किया जा सकेगा। साथ ही, न्यायिक सेवाओं के लिए प्रशिक्षण और इस क्षेत्र में कई रिसर्च किए जाएंगे। छात्रों को अत्यधिक शोध कार्यों के प्रति प्रेरित करने और उनको अमल में लाने के लिए डा. बीआर आंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय ने अब तक 10 संस्थाओं के साथ एमओयू साइन किया है। इस दौरान निदेशक डा. गर्ग ने कहा कि दोनों संस्थाएं अनुबंधित शर्तों के अनुसार समय-समय पर पूर्णकालिक और अल्पकालिक अवधि की वैकल्पिक कोर्स भी करवा पाएंगे। इस अवसर पर निदेशक प्रो. डा. रवि कुमार गुप्ता, एडवाइजर प्रो. डा. जीपी गोविल, कुलसचिव डा. अमित कुमार एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डा. सुखविदर सिंह मौजूद रहे।