अंग्रेजी नव वर्ष का किया विरोध, ग्री¨टग कार्ड्स की जलाई होली
शहर के दिल्ली चौक पर रविवार को युवा एकता संगठन व जग उत्थान समिति के संयुक्त तत्वावधान में अंग्रेजी नव वर्ष का विरोध करते हुए युवाओं ने ग्री¨टग कार्ड्स की होली जलाई। युवाओं ने इस अवसर पर ¨हदू मान्यता के पंचांग अनुसार शुरू होने वाले नव वर्ष को मनाने की अपील की। इस दौरान युवा वर्ग ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए।
संवाद सहयोगी, खरखौदा : शहर के दिल्ली चौक पर रविवार को युवा एकता संगठन व जग उत्थान समिति के संयुक्त तत्वावधान में अंग्रेजी नव वर्ष का विरोध करते हुए युवाओं ने ग्री¨टग कार्ड्स की होली जलाई। युवाओं ने इस अवसर पर ¨हदू मान्यता के पंचांग अनुसार शुरू होने वाले नव वर्ष को मनाने की अपील की। इस दौरान युवा वर्ग ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए।
शहर के दिल्ली चौक पर एकत्रित हुए युवा एकता संगठन व जग उत्थान समिति के सदस्यों ने मिलकर अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी ने मनाए जाने वाले नव वर्ष का विरोध किया। इस अवसर पर नीतिश म¨टडू ने कहा कि भारतीय होते हुए हम पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जबकि हमारे देश में संस्कार व संस्कृति के साथ हर चीज उनसे बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी को नव वर्ष मनाया जाता है, जबकि इस दिन कुछ नया नहीं होता जबकि भारतीय कैलेंडर के अनुसार नया साल चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से मनाया जाता है। इसे नव संवत्सर कहते हैं। भारतीय नव वर्ष पर मौसम सुहावना होता है। वसंत ऋतु का आरंभ होता है, जोकि उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंध से भरी होती है, फसल पकने का प्रारंभ, किसानों की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है। ऐसे में हमें चाहिए कि अपनी संस्कृति के अनुसार ही नव वर्ष को मनाएं। पश्चिमी सभ्यता हमें 1 जनवरी को नशा करने के लिए प्रेरित करती है। इससे दूरी बनाने की युवाओं ने अपील की। इस अवसर पर युवाओं ने ¨हदू पंचांग अनुसार विक्रमी संवत 2076 को जोकि 6 अप्रैल से शुरू हो रहा है, को नव वर्ष मनाने की अपील की। वहीं अंग्रेजी कैलेंडर अनुसार नव वर्ष की शुरुआत पर दिए जाने वाले ग्री¨टग कार्ड्स की होली भी जलाई। इस अवसर पर सोमबीर आर्य, अंकित फुलगढ़, दिलावर, रामदिया, मंजीत, साहिल, विक्की, अनिल सिसाना, जतिन आदि मौजूद रहे।