हरकत में आया प्रशासन, निर्माण सामग्री के भरवाए सैंपल
स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और खरखौदा में चल रहे निर्माण कार्यों में प्रयोग की जा रही निर्माण सामग्री के सैंपल भरवाए। सोमवार को एसडीएम स्वेता सुहाग पहले कन्या कॉलेज के पीछे तालाब पर पहुंची और उसके बाद निर्माणाधीन नंदीशाला के निर्माण सामग्री के सैंपल भरवाए। उक्त कार्रवाई दो दिन पहले दो पार्षदों द्वारा निर्माण कार्य में निम्न स्तर की निर्माण सामग्री प्रयोग करने के आरोपों के बाद की गई है। पार्षद संजीत व पार्षद श्यामपाल ने कन्या कॉलेज के पीछे स्थित खरखौदी तालाब के सौंदर्यीकरण में प्रयोग हो रही ईंटों को निम्न स्तर का बताया था।
संवाद सहयोगी, खरखौदा : स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और खरखौदा में चल रहे निर्माण कार्यों में प्रयोग की जा रही निर्माण सामग्री के सैंपल भरवाए। सोमवार को एसडीएम स्वेता सुहाग पहले कन्या कॉलेज के पीछे तालाब पर पहुंची और उसके बाद निर्माणाधीन नंदीशाला के निर्माण सामग्री के सैंपल भरवाए। उक्त कार्रवाई दो दिन पहले दो पार्षदों द्वारा निर्माण कार्य में निम्न स्तर की निर्माण सामग्री प्रयोग करने के आरोपों के बाद की गई है। पार्षद संजीत व पार्षद श्यामपाल ने कन्या कॉलेज के पीछे स्थित खरखौदी तालाब के सौंदर्यीकरण में प्रयोग हो रही ईंटों को निम्न स्तर का बताया था।
सोमवार की दोपहर में एसडीएम स्वेता सुहाग पहले कन्या कॉलेज के पीछे स्थित तालाब पर पहुंची। वहां पर किए जा रहे निर्माण कार्य में प्रयोग हो रही निर्माण सामग्री के सैंपल लेने के लिए नगरपालिका सचिव राजेंद्र प्रसाद को आदेश दिए। नगरपालिका के कर्मचारियों ने वहां से ईंट व अन्य निर्माण सामग्री के सैंपल भरे। इसके बाद एसडीएम स्वेता सुहाग रोहतक मार्ग स्थित नंदीशाला पहुंची, जहां से भी उन्होंने निर्माण सामग्री के सैंपल भरवाए। खरखौदा के कन्या कॉलेज के पीछे स्थित तालाब के सौंदर्यीकरण पर 71 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं, वहीं नंदीशाला के निर्माण पर 68 लाख रुपये की धनराशि खर्च होनी है। शनिवार को दो पार्षदों ने तालाब का दौरा कर वहां पर हो रहे निर्माण कार्य में निम्न स्तर की निर्माण सामग्री के प्रयोग के आरोप लगाए थे, जिस पर सोमवार को ही एसडीएम स्वेता सुहाग ने सैंपल भरवाए। इस दौरान लोक निर्माण विभाग एसडीओ जयप्रकाश गुलिया, नपा सचिव राजेंद्र प्रसाद, पार्षद श्यामपाल सैनी, पार्षद मोहन आदि मौजूद रहे।
निर्माण कार्य में निम्न स्तर की निर्माण सामग्री के प्रयोग होने की बात सामने आई थी। इस पर दो जगहों से ईंट व अन्य निर्माण सामग्री के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें लैब में भिजवा जाएगा। लैब की रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। अगर सैंपल फेल होते हैं तो संबंधित कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
स्वेता सुहाग, एसडीएम खरखौदा