ग्रामीणों ने की टायर तेल फैक्ट्री को बंद करवाने की मांग
गांव भंडेरी और कथूरा के बीच में पुराने टायरों से तेल निकालने की फैक्ट्री चल रही है। दोनों गांवों के ग्रामीणों का कहना है कि इस फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से दोनों गांवों के लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस फैक्ट्री को बंद कराने की मांग की। ग्रामीणों ने एसडीएम आशीष वशिष्ठ को एनजीटी चेयरमैन के नाम ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, गोहाना: गांव भंडेरी और कथूरा के बीच में पुराने टायरों से तेल निकालने की फैक्ट्री चल रही है। दोनों गांवों के ग्रामीणों का कहना है कि इस फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से दोनों गांवों के लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस फैक्ट्री को बंद कराने की मांग की। ग्रामीणों ने एसडीएम आशीष वशिष्ठ को एनजीटी चेयरमैन के नाम ज्ञापन सौंपा।
शनिवार को गांव भंडेरी और कथूरा के ग्रामीणों ने फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से फैक्ट्री को बंद कराने की मांग की। गांव कथूरा के ग्रामीण सत्यवान नरवाल, राकेश नरवाल और र¨वद्र ने कहा कि बीते कई माह से यहां फैक्ट्री चल रही है। ग्रामीणों ने कहा कि फैक्ट्री से निकलने वाला धुआं आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है। राजेश नरवाल, रणधीर ¨सह और सुरेंद्र के अनुसार धुएं से फैक्टरी के आसपास में उगाई गई कपास व अन्य फसलों के पत्तों और तनों पर भी काले रंग की परत जम जाती है। इस कारण फसलों का पूरा विकास नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार फैक्ट्री के आसपास के खेतों में मजदूर भी काम करने से मना कर देते हैं।
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फैक्ट्री को चलाने की सभी कानूनी प्रक्रिया को पूरा किया गया है। इसके लिए बाकायदा टाउन प्ला¨नग विभाग से अनुमति भी ले रखी है। निर्धारित मापदंडों के अनुसार ही फैक्ट्री चल रही है। यदि ग्रामीण किसी कारण असंतुष्ट हैं तो वे कानूनी प्रक्रिया के तहत जांच करवा सकते हैं।
- प्रह्लाद ¨सह, फैक्ट्री संचालक