मनरेगा को दें प्राथमिकता, हर विभाग में करवाएं काम : सांसद कौशिक
जिला विकास समन्वयन एवं मूल्यांकन समिति की बैठक की अध्यक्षता सांसद रमेश कौशिक ने की।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : जिला विकास समन्वयन एवं मूल्यांकन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को प्राथमिकता देकर इसके तहत अधिक से अधिक विकास कार्य कराए जाएं। हर विभाग अपने विकास कार्य मनरेगा के तहत कराएं। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत किए जाने वाले कार्यों को भी विस्तार दिया गया है, जिसका लाभ विभागों को उठाना चाहिए।
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के सभागार में आयोजित बैठक में सांसद कौशिक ने विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान बताया गया कि वर्ष 2020-21 में 53173 कार्य दिवस सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत 10496 कार्यदिवस सृजित किए जा चुके हैं। सांसद ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते विकास की गति थोड़ी थमी है, जिसे अब तीव्रता प्रदान करनी होगी। मनरेगा के तहत श्रमिक बढ़ाकर विकास कार्य समयबद्ध तरीके से संपन्न करवाएं। यमुना नदी पर ठोकरें निर्माण का कार्य भी मनरेगा के तहत करवाया जाए। उन्होंने मनरेगा के लक्ष्य में भी बढ़ोतरी के निर्देश दिए। सदस्य क्षेत्रीय विकास योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि जिस योजना के लिए जो पैसा आवंटित किया जाता है, उसका पूर्ण सदुपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने लाठ गांव में व्यायामशाला निर्माण के निर्देश देते हुए कंडेला खाप चबूतरा निर्माण के लिए भी पैसा आवंटित करने के निर्देश दिए। सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत अटेरना गांव में स्वीकृत विकास कार्य शीघ्र पूरे करने के निर्देश दिए। अमृत योजना के तहत किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा करते हुए सांसद ने कहा कि जिले में कहीं भी जलभराव की समस्या पैदा नहीं होनी चाहिए। विशेष रूप से सोनीपत शहर व गन्नौर शहर में पानी निकासी की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए गए। बैठक में कुछ विभागीय अधिकारियों के गैर-हाजिर रहने पर सांसद ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में विधायक मोहनलाल बड़ौली, विधायक निर्मल चौधरी, विधायक सुरेंद्र पंवार, उपायुक्त श्यामलाल पूनिया, निगम आयुक्त जगदीश शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त मुनीष शर्मा, एसडीएम स्वप्निल रविद्र पाटिल, एसडीएम आशुतोष राजन, एसडीएम श्वेता सुहाग, जिला परिषद के सीईओ डॉ. संजय कुमार आदि मौजूद थे। लड़सौली में बनेगी झील, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा :
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत उन्होंने ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने के निर्देश दिए। इस संदर्भ में उन्होंने विशेष रूप से लड़सौली गांव की रिपोर्ट भी ली। साथ ही उन्होंने जल जीवन मिशन की समीक्षा भी की ताकि ग्रामीणों को पेयजल की बेहतरीन सुविधा मिले। उन्होंने रेवली में झील बनवाने पर भी विस्तार से मंथन किया। उन्होंने कहा कि झील निर्माण से यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने उपायुक्त को इस दिशा में संभावना तलाशने को कहा।