तेजधार हथियार से गला रेतकर किसान की हत्या
शुक्रवार देर रात गुमड़ गांव के खेतों में 42 वर्षीय किसान सुरेश की गला रेतकर हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सुरेश की मौत हो चुकी थी। परिजों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक सुरेश का भतीजा हरिओम की शिकायत पर मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर के मूढपुर गांव व हाल में खेड़ी रोड, गन्नौर के रहने वाले राधेश्याम, उसका भाई जितेंद्र व उसके तीन अन्य रिश्तेदारों पर हत्या का मामला दर्ज छानबीन शुरू कर दी है।
संवाद सहयोगी, गन्नौर:
शुक्रवार देर रात गुमड़ गांव के खेतों में 42 वर्षीय किसान सुरेश की गला रेतकर हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सुरेश की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक सुरेश के भतीजा हरिओम की शिकायत पर मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर के मूढपुर गांव व हाल में खेड़ी रोड, गन्नौर के रहने वाले राधेश्याम, उसका भाई जितेंद्र व उसके तीन अन्य रिश्तेदारों पर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में हरिओम ने बताया कि उसके चाचा सुरेश को राधेश्याम व उसका भाई जितेंद्र शुक्रवार की दोपहर को घर से बुलाकर ले गए थे। इस दौरान राधेश्याम व जितेंद्र के तीन रिश्तेदार भी उनके साथ थे। शाम को उसे सूचना मिली कि उसके चाचा का शव पड़ोस के खेत में पड़ा हुआ है। वह तत्काल मौके पर पहुंचा तो देखा कि उनके चाचा की गर्दन पर तेजधार हथियार से वार करने के निशान थे और उनकी मौत हो चुकी थी। उसने मामले की सूचना पुलिस व परिजनों को दी। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत नागरिक अस्पताल भिजवाया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। रंजिश के चलते हत्या की आशंका
सुरेश की मौत के पीछे रंजिश की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि राधेश्याम व जितेंद्र का छोटा भाई 22 वर्षीय ¨टकू 14 अगस्त को सुरेश व एक अन्य दोस्त कृष्ण के साथ पश्चिमी यमुना ¨लक नगर में नहाने गया था। नहाने के दौरान ¨टकू नहर में डूब गया था। ¨टकू के डूबने के बाद सुरेश व कृष्ण बिना किसी को सूचना दिए वहां से भाग गए। अगले दिन जब ¨टकू जब घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इस पर सुरेश ने परिजनों को ¨टकू के नहर में डूबने की जानकारी दी थी। चार दिन बाद ¨टकू का शव जुआं माहरा के निकट नहर में मिला था। बताया जाता है कि ¨टकू के नहर में डूबने की सूचना एक दिन बाद देने के कारण उसके भाई राधेश्याम व जितेंद्र सुरेश को संदिग्ध मान रहे थे।