किसानों के आंदोलन के चलते लंबे रूटों पर नहीं चली रोडवेज बसें
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन के चलते दूसरे दिन भी सोनीपत से रोडवेज की अधिकतर बसें नहीं चलीं। जीटी रोड पर केवल पानीपत तक ही बसों का परिचालन हुआ। इसके साथ ही बड़ौत व मेरठ के लिए भी बस भेजी गई।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन के चलते दूसरे दिन भी सोनीपत से रोडवेज की अधिकतर बसें नहीं चलीं। जीटी रोड पर केवल पानीपत तक ही बसों का परिचालन हुआ। इसके साथ ही बड़ौत व मेरठ के लिए भी बस भेजी गई। दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तरप्रदेश समेत विभिन्न लंबे रूटों और राज्यों के लिए बसें नहीं चली। यात्रियों को लंबे रूटों पर बसें न मिलने के कारण उन्हें निजी वाहनों और दूसरे रास्ते से होकर सफर करना पड़ा। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि आगामी आदेशों तक लंबे रूटों पर बसें नहीं चलेंगी।
कोरोना के चलते लगे लाकडाउन के बाद अनलाक-5 होने के बावजूद अब तक सोनीपत से अंतरराज्यीय बसों का परिचालन शुरू नहीं हुआ था। अधिकारियों ने मुख्यालय के निर्देशानुसार हाल ही में बसों का परिचालन कराया तो अब दो दिन से किसानों के आंदोलन के चलते फिर से परिचालन बंद हो गया। किसानों के आंदोलन से जीटी रोड बंद होने के कारण दिल्ली, चंडीगढ़, आगरा, शिमला, कटरा, सुजानपुर आदि अंतरराज्यीय रूटों पर बसों का परिचालन नहीं हो रहा है। हालांकि शनिवार को अधिकारियों जीटी रोड से होते पानीपत और उत्तरप्रदेश के बड़ौत व मेरठ तक तो बसें भेजी, लेकिन उनकी संख्या भी सीमित रखी। शनिवार को अधिकतर बसें रोहतक और गोहाना रूट पर चलाई गई। यात्री भी इन्हीं रास्तों से होकर अपने गंतव्यों पर पहुंचे। काफी यात्री निजी वाहनों से भी रवाना हुए, जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई।
सोनीपत से रोडवेज बसों को अंतरराज्यीय रूटों पर न भेजने के निर्देश मिले हैं। ऐसे में फिलहाल उन रूटों पर बसों को भेजा जा रहा है, जहां रास्ते खुले हैं। अंतरराज्यीय रूटों पर उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार ही बसों को भेजा जाएगा।
- कर्मबीर गहलावत, ड्यूटी इंस्पेक्टर, सोनीपत डिपो, रोडवेज