अंधेरे और कोहरे में सबसे ज्यादा खतरा साइकिल सवारों को
दृश्यता कम होने का सबसे ज्यादा नुकसान पैदल और साइकिल सवारों को उठाना पड़ता है। तेज वाहन साइकिल सवारों को कुचलकर आगे बढ़ जाते हैं। ज्यादा मार्गों पर साइकिल सवारों को चलने के लिए साइकिल ट्रैक नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : दृश्यता कम होने का सबसे ज्यादा नुकसान पैदल और साइकिल सवारों को उठाना पड़ता है। तेज वाहन साइकिल सवारों को कुचलकर आगे बढ़ जाते हैं। ज्यादा मार्गों पर साइकिल सवारों को चलने के लिए साइकिल ट्रैक नहीं हैं। ऐसे में उनको सावधान रहने की जरूरत है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने रात में औद्योगिक क्षेत्र में साइकिलों से आवागमन करने वाले श्रमिकों को चमकने वाली जैकेट बांटी और उनको सुरक्षित सफर के प्रति जागरूक किया।
जिले में एक साल में 64 साइकिल सवार लोग बड़े वाहनों की चपेट में आकर मौत का शिकार हो चुके हैं। साइकिल पर सबसे ज्यादा असुरक्षित रात को और कोहरे में सफर करने वाले श्रमिक हैं। इनको चलने के लिए सुरक्षित फुटपाथ नहीं हैं। ऐसे में इनको सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। दृश्यता कम होने पर हादसों की आशंका बढ़ जाती है। तेज गति में चलने वाले वाहनों के चालक को कई बार साइकिल सवार की जानकारी काफी पास आने पर होती है। तब तक हादसा हो चुका होता है। नहीं हैं साइकिल ट्रैक -
जिले में साइकिल ट्रैक नहीं हैं। ज्यादातर साइकिल सवार औद्योगिक क्षेत्रों में करने वाले श्रमिक हैं। अब नई योजना में साइकिल ट्रैक का निर्माण प्रस्तावित है। परिवहन विभाग ने औद्योगिक क्षेत्रों में साइकिल ट्रैक बनवाने के आदेश दिए हैं, जिन पर ज्यादातर क्षेत्रों में सहमति बन गई है। परिवहन विभाग के अधिकारियों की ओर से श्रमिकों को रात में चमकने वाली जैकेट बांटी गईं। उनकी साइकिल पर चमकने वाली टेप भी लगाई गई। जैकेट पहनने वाले श्रमिक कम दृश्यता होने और रात में भी दूर से दिखाई दे सकेंगे। साइकिल सवारों को रात में अपनी ही लेन में चलने की सलाह दी है।
हमने साइकिल सवारों को हेलमेट पहनकर चलने की सलाह दी है। उनको जैकेट प्रदान कर दी गई है। उद्योग और श्रम विभाग को साइकिल ट्रैक बनाने के निर्देश दिए गए हैं। श्रमिकों को जैकेट बांटने का अभियान लगातार जारी रहेगा। मंगलवार-बुधवार को 500 साइकिल सवारों को जैकेट प्रदान की गईं।
- राजेश मलिक, सड़क सुरक्षा अधिकारी, परिवहन विभाग